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11सीटीके15 राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अल्बेंडाजोल की
रोहतक। स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले के 19 साल तक के बच्चों और 19 से 24 साल महिलाओं को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई गईं।
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उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने हिसार रोड स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्घाटन किया इसके बाद जिले में राष्ट्रीय कृमि दिवस को आरंभ किया। जिले में 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को कृमि नियंत्रण के लिए सभी स्कूलों, आगंनबाड़ी केंद्रों व प्रज्जन आयुवर्ग की महिलाओं को एल्बेंडाजोल की गोलियां मुफ्त खिलाई गई।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले के 19 साल तक के 3 लाख 52 हजार 410 बच्चों और 19 से 24 साल की 26078 महिलाओं को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई गईं। पेट के कीड़ों के संक्रमण से बच्चों में खून की कमी अथवा एनीमिया, कुपोषण, कमजोरी के अलावा एकाग्रता में कमी हो सकती है। कृमिनाशक एल्बेंडाजोल गोलियां सभी बच्चों के साथ-साथ 11 से 19 आयु वर्ग की महिलाओं को खिलाने पर ध्यान दिया जाएगा। राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर कोई बच्चा या लक्षित महिला अनुपस्थिति अथवा बीमारी के कारण टेबलेट नहीं ले सकें। उन्हें 18 फरवरी को मॉप-अप दिवस पर एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। इस मौके पर उप सिविल सर्जन डॉ राजवीर सभरवाल, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र, प्रोग्राम मैनेजर रेणू कांबोज मौजूद रहे।
कृमि संक्रमण से बचाव कैसे करे
कृमि संक्रमण से बचाव के लिए नाखून साफ और छोटे रखें। साफ पानी पीएं। खाने से पहले व शौच जाने के बाद हाथ साबुन से धोएं। साफ पानी से ही फल व सब्जियां धोएं। खाने को ढक कर रखें। खुले में शौच न करें। शौचालय का प्रयोग करें। जूते पहनें व अपने आसपास सफाई अवश्य रखें। प्रतिदिन आयरन युक्त भोजन लें, ताकि एनीमिया मुक्त भारत बनाया जा सके।
पेट में कीड़े होने से होती है अनेक बीमारियां
सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र ने बताया कि पेट में कीड़े होने की वजह से बच्चों में अनीमिया, भूख नहीं लगना, पेट में दर्द की शिकायत रहती है। बच्चों में कृमि नियंत्रण से खून की कमी में सुधार व बेहतर पोषण स्तर होता है।
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Rohtak News: 3.78 लाख बच्चों और महिलाओं को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाईं