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अगर आप नौकरी करते हैं तो आपके लिए यह जरूरी खबर है। भारत में वेतन 2025 में औसतन 9.2 प्रतिशत बढ़ने वाला है, जबकि पिछले साल यह 9.3 प्रतिशत था। अग्रणी वैश्विक पेशेवर सेवा फर्म एऑन पीएलसी ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, फर्म ने वार्षिक वेतन वृद्धि और टर्नओवर सर्वेक्षण 2024-25 किया जिसके नतीजे बताते हैं कि भारत एक स्थिर विकास की कहानी के लिए तैयार है, और देश में वेतन वृद्धि 2025 में स्थिर होने की उम्मीद है।
नौकरी छोड़ने की दर
खबर के मुताबिक, फर्म की तरफ से किए गए 45 उद्योगों में 1,400 से अधिक कंपनियों के डेटा का विश्लेषण करने वाले अध्ययन में पाया गया कि भारत इंक के लिए एट्रिशन कम होता दिख रहा है। साल 2022 से सैलरी ग्रोथ में गिरावट का चलन रहा है, जब कंपनियों ने ग्रेट रिजाइनेशन से प्रभावित होकर औसतन 10.6 प्रतिशत वेतन वृद्धि की थी। कुल मिलाकर नौकरी छोड़ने की दर 2023 में 18. 7 प्रतिशत और 2022 में 21. 4 प्रतिशत से घटकर 2024 में 17. 7 प्रतिशत हो गई, जो ग्रेट रिजाइनेशन के बाद एक बड़े प्रतिभा पूल की उपलब्धता को दर्शाता है।
किस क्षेत्र में होगी बेहतर बढोतरी
एओन में टैलेंट सॉल्यूशंस फॉर इंडिया के पार्टनर और रिवॉर्ड कंसल्टिंग लीडर रूपांक चौधरी ने कहा कि भारत की आर्थिक संभावनाएं स्थिर बनी हुई हैं, ग्रामीण मांग में सुधार और निजी खपत में गति बनी हुई है। अध्ययन में कहा गया है कि इंजीनियरिंग डिजाइन सेवाओं और ऑटो/वाहन निर्माण के बजट में सबसे अधिक 10. 2 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी के साथ उद्योगों में वेतन वृद्धि अलग-अलग होने का अनुमान है, इसके बाद गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में 10 प्रतिशत वेतन वृद्धि होगी।
चौधरी ने कहा कि बाहरी अनिश्चितताओं के बावजूद, हमारे डेटा से पता चलता है कि कंपनियों पर मार्जिन के दबाव को देखते हुए सैलरी में नरमी एक अपेक्षित परिणाम है। वर्ष 2025 के लिए क्षेत्रवार वेतन वृद्धि के रुझान विवेक और अनुकूलनशीलता को दर्शाते हैं, क्योंकि कंपनियां बाजार की चुनौतियों और विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभाओं को आकर्षित करने और उन्हें बनाए रखने की जरूरत के बीच संतुलन बनाती हैं।
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भारत में साल 2025 में सैलरी कितनी बढ़ेगी? जानें एक डेटा एनालिसिस में क्या मिला संकेत – India TV Hindi