[ad_1]
पूर्व मेयर कुलदीप ने कहा क्राइम ब्रांच ने एफआईआर तो की मगर जांच ठंडे बस्ते में।
चंडीगढ़ के पूर्व मेयर कुलदीप के खिलाफ क्राइम ब्रांच में एक करप्शन की FIR 29 जनवरी 2025 को की गई थी। जिसमें जांच के नाम पर सिर्फ केस कागज़ों में सिमट कर रह गया है। वहीं पूर्व मेयर कुलदीप ने कहा कि ये सब राजनीतिक षड्यंत्र था। अगर उनके खिलाफ कोई सबूत सच
.
लेकिन अभी तक 4 माह में पुलिस ने उनसे सिर्फ 2 बार ही पूछताछ की है। कुलदीप ने कहा जिस रिकॉर्डिंग के आधार पर उसके खिलाफ क्राइम ब्रांच ने FIR की है। पुलिस को पहले ही रिकॉर्डिंग को सीएफएसएल भेजकर उसकी जांच करवानी चाहिए थी। जांच में पुष्टि होने के बाद कार्रवाई की जानी थी, लेकिन पता नहीं इतनी जल्दी क्या थी।
इस मामले में क्राइम ब्रांच डीएसपी धीरज ने कहा कंपनियों से कुछ डेटा मांगा गया है जिसमें से कुछ आ गया, कुछ आना बाकी है, केस की जांच चल रही है।
शिकायतकर्ता रवि की फाइल फोटो।

कुलदीप बोले- झूठी है FIR
वहीं कुलदीप ने कहा कि अगर इतना लंबा समय हो गया केस दर्ज हुए और अभी तक केस का कुछ पता नहीं तो पुलिस इसमें क्या कार्रवाई कर रही है? जबकि उनके खिलाफ जो शिकायत दी गई वो झूठी है। अगर कुछ होता तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर चुकी होती। अभी तक सिर्फ जांच का हवाला देकर इतना लंबा समय बीत चुका है। अगर उनके खिलाफ करप्शन केस साबित नहीं हुआ तो वो इतने समय तक हुई हरासमेंट को लेकर कोर्ट में केस डालेंगे।
चंडीगढ़ में नए मेयर के चुनाव से कुछ घंटे पहले ही मौजूदा मेयर के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच ने मेयर कुलदीप टीटा और उनके साले राहुल के खिलाफ FIR दर्ज की। दोनों पर एक व्यक्ति से सफाईकर्मी की नौकरी लगवाने के नाम पर 75 हज़ार रुपए लेने का आरोप लगाया गया है।
पूर्व मेयर के खिलाफ ये दी थी शिकायत
रवि नाम के शख्स ने एसएसपी विंडो पर शिकायत दी थी। पीड़ित के अनुसार—नगर निगम में आउटसोर्स पर नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 1 लाख रुपए मांगे गए थे। 75 हज़ार रुपए नकद और उसके बाद 35 हज़ार उसने ऑनलाइन दे दिए थे। उसने पूरा रिकॉर्ड पुलिस को सौंपा, जिसके बाद शिकायत दर्ज हुई है।
[ad_2]
चंडीगढ़ के पूर्व मेयर बोले-राजनीतिक षड्यंत्र में हुई FIR: कोई सबूत होता तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता, केवल 2 बार पूछताछ हुई – Chandigarh News