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म्यांमार में 26 मार्च को आए भूकंप से तबाही
Earthquake: म्यांमार और थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप के बाद लगातार रह-रहकर भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। रविवार की सुबह एक घंटे के भीतर भारत, म्यांमार और ताजिकिस्तान के कुछ हिस्सों में चार भूकंप आए। इन झटकों से लोगों में दहशत फैल गई और लोग डरकर घरों से बाहर निकल गए। इस भूकंप से मध्य और दक्षिण एशिया में चिंता बढ़ गई हैं। एक बार फिर भूकंप से हुए विनाश की तस्वीरें ताजा हो उठी हैं।
हिमाचल के मंडी में भूकंप
रविवार को सबसे पहले हिमाचल के मंडी में भूकंप का झटका महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार भूकंप की गहराई धरती से पांच किलोमीटर पर थी। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई। भूकंप का केंद्र 31.49 डिग्री उत्तर, 76.94 डिग्री पूर्व में स्थित था।
हलांकि भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी लेकिन लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए। लोगों ने बताया कि पहले उन्हें हल्की गड़गड़ाहट सुनाई दी और उसके बाद अचानक धरती कांप उठी। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल पड़े। अभी तक किसी के घायल होने या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
म्यांमार में भूकंप के झटके
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक मंडी में आए भूकंप के तुरंत बाद मध्य म्यांमार में मीकटिला के पास 5.5 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप 28 मार्च को आए विनाशकारी ( 7.7 तीव्रता) भूकंप के बाद सबसे शक्तिशाली झटकों में से एक था। 26 मार्च को म्यांमार में आए भूकंप में ,600 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग घायल हुए थे। भूकंप के झटके म्यांमार के मंडाले और नेपीताव दोनों शहरों में महसूस किए गए। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि लोग इमारतों से बाहर निकल आए और कुछ घरों की छतें क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि इस भूकंप से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। लेकिन इन झटकों ने पहले से ही भूकंप से हुए नुकसान की भरपाई करने में जुटे म्यांमार के लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है।
तजाकिस्तान में दो झटके
म्यांमार में आए भूकंप के बाद सुबह 9.54 बजे तजाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया, जिसका केंद्र 38.86°N, 70.61°E पर था। यह एक शक्तिशाली भूकंप था। आस-पास के शहरों में लोगों ने बताया कि उन्हें भूकंप के झटके महसूस हुए, एहतियात के तौर पर कुछ दुकानों और स्कूलों को खाली करा दिया गया। इसके बाद, सुबह 10.36 बजे तजाकिस्तान में भूकंप का एक और झटका महसूस किया गया। इसकी तीव्रता 3.9 मापी गई। इलाके में में भूकंपीय गतिविधि बढ़ने से लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
क्यों आते हैं भूकंप?
जब टेक्टोनिक प्लेट्स (पृथ्वी की परत के बड़े खंड) के बीच हलचल या टकराव होता है तो भूकंप आते हैं। ये प्लेट्स तैरती रहती हैं और उनकी गति के कारण तनाव उत्पन्न होता है। जब यह तनाव अचानक रिलीज होता है, तो ऊर्जा तरंगों (सिस्मिक वेव्स) के रूप में निकलती है, जिससे भूकंप आता है। टेक्टोनिक प्लेट्स की गति: प्लेट्स के आपस में टकराने, दूर जाने या एक-दूसरे के नीचे खिसकने से भूकंप आते हैं। जैसे, हिमालय क्षेत्र में भारत और यूरेशियन प्लेट्स का टकराव अक्सर होता है और भूकंप के झटक महसूस होते हैं।

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