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नई दिल्ली : कल के एपिसोड की शुरुआत होती है अरमान और अभिरा की बातचीत से. अरमान रूही का सामना करने से डरता है और खुद को दक्ष के पिता की मौत का जिम्मेदार मानता है. वो खुद से सवाल करता है कि वो जिंदा क्यों है. अभिरा उसे प्यार से समझाती है कि उसकी जरूरत अभी भी माधव और विद्या को है, और वो यूं हार नहीं मान सकता. विद्या डर से जो कुछ भी हुआ है, वो माधव से पूछती है कि क्या वो उसे भी छोड़ने का प्लान बना रहा है. वो उससे चिपक जाती है, और उसे आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश करती है. तभी, अरमान और अभिरा पहुंचते हैं और एक ट्रक को माधव और विद्या की ओर तेजी से आते हुए देखते हैं.
तभी, विद्या कहती है कि उन्हें अरमान के लिए जीने की जरूरत है, जिसके बारे में उसे विश्वास है कि वो वापस आएगा. लेकिन माधव, अभी भी टूटा हुआ है, कहता है कि सिर्फ अपने घावों को भरने के लिए अरमान को वापस चाहना स्वार्थी है- उसे लगता है कि पोद्दार घर ने उसे हमेशा दर्द ही दिया है. वो पोद्दार घर वापस जा रहा है. अभिरा उसे उम्मीद से देखती है, उसे लगता है कि शायद, बस शायद, परिवार वापस आ जाएगा. लेकिन उस खुशी के पल में भी, रोहित की अनुपस्थिति का ख्याल उसके दिल पर भारी पड़ता है.
रोहित की याद
जब माधव घर लौटने का फैसला करता है, अभिरा की आंखों में उम्मीद की चमक दिखती है. उसे लगता है परिवार फिर से एक हो सकता है. लेकिन इस पल भी, रोहित की कमी उसे अंदर तक चुभती है. उधर स्वर्णा मनीष को बताती है कि कियारा पोद्दार हाउस चली गई है. लेकिन मनीष टाल देता है, कहता है कि इससे अभिर को कोई फर्क नहीं पड़ता. दूसरी ओर, सुरेखा चाहती है कि सब रूही पर ध्यान दें. उसे चिंता है कि रूही अरमान और अभिरा के बच्चे को कैसे स्वीकार करेगी. वो मनीष से साफ कहती है कि वो रूही की प्रेग्नेंसी को लेकर बहुत असहज महसूस कर रही है।
पुराने घर को अलविदा
अरमान और अभिरा अपने फ्लैट को छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जो ढेर सारी यादों से भरा है, खासकर शिवानी की. अभिरा अरमान को बताती है कि अगर जरूरत पड़ी तो वो मकान मालिक से और समय की बात कर चुकी है. अरमान भावुक होकर उसे धन्यवाद कहता है.
बगीचे में अभिर चारु का इंतजार कर रहा होता है, लेकिन वहां कियारा से टकरा जाता है. कियारा रोहित की याद में टूट जाती है और अभिर के गले लगकर रोने लगती है. चारु दूर से ये सब देख रही होती है, और अभिर जब उसे देखता है तो दंग रह जाता है.
घर वापसी और स्वागत
अरमान और अभिरा जब पोद्दार हाउस लौटते हैं, विद्या दिल से उनका स्वागत करती है. वो कहती है कि रोहित की यादें हमेशा उनके साथ रहेंगी. मनीषा और मनोज भी उनका खुले दिल से स्वागत करते हैं. यहां तक कि माधव भी उन्हें धन्यवाद देता है, अपनी पुरानी नाराजगी को भुलाकर.
परंतु कावेरी अब भी चुप और ठंडी बनी रहती है. वो अरमान और अभिरा को अनदेखा करती है. अरमान कहता है कि वो माफी मांगने नहीं आया, बल्कि अपने परिवार के लिए लौटा है. लेकिन कावेरी के दिल में अब भी रोहित के साथ आखिरी लड़ाई की कड़वी यादें हैं- एक लड़ाई जिसके लिए वो अब भी अरमान को ही जिम्मेदार मानती है.
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