[ad_1]
एचएयू के किसान मेले में स्टॉल लगाकर आर्गेनिक सब्जी, चना बेच रहे किसान कृष्ण कुमार ने कहा कि अगर किसान सही तरीके से आर्गेनिक खेती करें तो अच्छी आय ले सकते हैं। आपको मंडी या मार्केट की जरूरत नहीं होगी। आपके खेत से लोग आपके उत्पाद लेकर जाएंगे। उत्पाद भी आपके मुंहमांगे रेट पर बिकेंगे।
गांव रावलवास खुर्द निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने अखबारों में पढ़ा था कि लोग जहरीला खाना खा रहे हैं। कीटनाशकों व कृत्रिम खाद का उपयोग कर केमिकल वाले अनाज व फल-सब्जियां खाने को मजबूर हैं। तब मैंने आर्गेनिक खेती की ओर जाने का फैसला लिया। उन्होंने बताया कि वह गेंहू, चना, आलू, गाजर, मूली, घीया, टींडा, तौरी आदि उगाते हैं।
फल सब्जियों को उगाने के लिए केमिकल-कीटनाशकों का उपयोग नहीं करते। कीट नियंत्रण के लिए फेरोमैन ट्रेप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से खेती की जाए तो आर्गेनिक खेती में भी उत्पादन कम नहीं होता। जितना उत्पादन कम भी होगा तो उतना रेट आपको अधिक मिल जाएगा। मेरे खेत से ही आर्गेनिक 306 किस्म गेंहू 6000 रुपये क्विंटल बिक जाता है। मुझे कभी मंडी जाने की जरूरत नहीं पड़ती। सब्जियां भी हमारे सड़क किनारे खेत से ही लोग खरीद ले जाते हैं।
कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने कभी कोई सरकारी मदद नहीं ली। उन्होंने बताया कि उनका भतीजा राकेश भी आर्गेनिक खेती में उनकी मदद कर रहा है। एक अध्ययन के अनुसार एक आम आदमी सब्जियों, फल ,अनाज तथा दूध के जरिए एक साल में करीब 70 ग्राम जहर खा लेता है। अगर इतना जहर एक साथ खा लिया जाए तो आदमी की मौत हो जाएगी।

[ad_2]
VIDEO : हिसार एचएयू में राज्य स्तर पर सम्मानित किसानों की कहानी उन्हीं की जुबानी