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कोहरा, ठंड के साथ ही प्रदूषण लोगों लिए मुसीबत बन गया है। रात से ही कोहरा छाने से दृश्यता शून्य रही। सुबह नौ बजे कोहरा कम होने से राहत मिल सकी। रात को कोहरे के बीच नेशनल हाईवे-44 समेत केएमपी व केजीपी पर भी वाहनों की रफ्तार थम गई थी। ट्रेनों की रफ्तार भी थमी रही।
वातावरण में लगातार दूसरे दिन भी कोहरा मुसीबत बना रहा। शुक्रवार रात नौ बजे से ही घना कोहरा छा गया था। जिसका प्रभाव शनिवार सुबह भी रहा। रात को घना कोहरा छाने से वाहनों की रफ्तार पर लगाम लग गई। रात को दृश्यता शून्य तक आ गई थी। वाहन चालक रात को कतार बनाकर चल रहे थे। हवा की गति कम होने से प्रदूषण का स्तर भी बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। एक निजी साइट पर सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 398 दर्ज किया गया। हालांकि मुरथल में लगा वायु मापक यंत्र करीब 15 दिन से नहीं चल रहा है।
धीमा हुआ ट्रेनों का परिचालन
कोहरे के चलते दूसरे दिन शनिवार को भी ट्रेनों का परिचालन धीमा है। दिल्ली-अंबाला रेल मार्ग पर 20 मीटर तक सिमटी दृश्यता के कारण दर्जनभर से ज्यादा ट्रेनें अपने निर्धारित समय से एक घंटे से 11 घंटे तक की देरी से चल रही हैं।
वहीं, रेलवे यातायात ब्लॉक के चलते अपडाउन की शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस व पठानकोट एक्सप्रेस का परिचालन रद्द किया गया है। शनिवार को दिल्ली-अंबाला रेल मार्ग पर चलने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस 11 घंटे, मालवा का 6 घंटे, दादर एक्सप्रेस 5 घंटे, जम्मू मेल 4 घंटे, आम्रपाली एक्सप्रेस 5 घंटे की देरी से चल रही है। ट्रेनों के रद्द रहने व देरी से चलने के कारण सोनीपत से दिल्ली व अंबाला की ओर जाने वाले यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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VIDEO : सोनीपत में कोहरा छाने से रात को शून्य रही दृश्यता, थमा जन-जीवन