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प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने से वंचित रहने वाले श्रद्वालु अब सरस्वती उदगम स्थल आदि बद्री व सरस्वती तीर्थ पिहोवा में पवित्र डुबकी लगा सकेंगे, इसके लिए अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्व के चलते सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड ने व्यवस्था की है। इन दोनों पवित्र स्थलों पर एक-एक घाट चिन्हित किया गया है। इन घाटों के पानी में देश विदेश के 422 तीर्थ स्थलों, नदियों व धामों का पवित्र जल समाहित किया जाएगा। यहां तक कि अफगानिस्तान और साऊदी अरब के तीर्थों का जल भी पिहोवा की पावन धरा पर लाया गया है।
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VIDEO : सरस्वती तीर्थ पिहोवा व आदि बद्री में 422 तीर्थों, धाम व नदियों के जल का होगा संगम