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रोहतक की अनाज मंडी में शनिवार को सरसों बेचने आए किसानों को दिनभर परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से मंडी में डेरा जमाए बैठे किसानों की फसल की खरीद शाम करीब चार बजे शुरू की गई, जिससे किसानों को करीब 9 घंटे का इंतजार करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरसों की खरीद के लिए नैफेड की खरीद प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी थी। शनिवार को नैफेड ने राज्य कोटे के तहत सीमित मात्रा में खरीद की, जिससे केवल कुछ ही किसानों की फसल खरीदी जा सकी।
अब मंडी में हैफेड और वेयरहाउसिंग एजेंसी द्वारा खरीद की जानी है, लेकिन हैफेड द्वारा खरीद सोमवार से शुरू की जाएगी। ऐसे में शनिवार को खरीद की प्रक्रिया सीमित रही और अधिकांश किसान निराश लौटे।
समस्या लेकर पहुंचे मार्केट कमेटी सचिव के पास
खरीद में देरी से नाराज किसानों ने शनिवार दोपहर मार्केट कमेटी के सचिव से मुलाकात की और अपनी समस्याएं रखीं। किसानों ने कहा कि एक ओर सरकार समय पर फसल खरीद के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर मंडियों में व्यवस्था चरमराई हुई है।
इसके बाद नैफेड की ओर से कुछ हद तक खरीद जारी रखने की पुष्टि हुई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। कुछ किसान फसल लेकर लौट गए, जबकि बाकी को देर शाम तक इंतजार करना पड़ा।
किसानों की मांग: खरीद प्रक्रिया हो पारदर्शी और सुचारू
किसानों ने सरकार से मांग की है कि फसल खरीद की प्रक्रिया को सुगम, पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाए। साथ ही खरीद एजेंसियों को पहले से ही स्पष्ट निर्देश दिए जाएं, ताकि मंडियों में किसानों को घंटों इंतजार न करना पड़े।
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VIDEO : रोहतक अनाज मंडी में सरसों बेचने के लिए किसानों को करना पड़ा 9 घंटे इंतजार