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महेंद्रगढ़ क्षेत्र के किसान लगातार खेती में नई तकनीकि का प्रयोग कर रहे हैं। इस समय बैक-टू बैक मशीन का तेजी से प्रचलन भी बढ़ रहा है। मंडियों में नमी व अन्य प्रकार की परेशानियों से बचने के लिए किसान खेतों में ही सरसों को सुखाकर इस मशीन के माध्यम से तेजी से कढ़ाई में जुटे हुए हैं। यह मशीन किसानों की पहली पसंद बनी हुई है जो खेत से सरसों की थ्रेसिंग के बाद निकलने वाले भूसे (पदाड़ी) को भी सीधे ट्राली में पैक कर ईंट भट्ठों व फैक्ट्रीयों में पहुंचाई जा रही है। इससे किसानों को भी लाभ मिल रहा है।
बैक-टू-बैक मशीन के माध्यम से पूरे खेत में सुखी सरसों की फसल को चलती मशीन से भी निकाला जा सकता है। यह मशीन सरसों की पैदावार को सीधे किसान के ट्रेक्टर-ट्राली में भी भर रही है जिससे किसान की अतिरिक्त भागदौड़ से भी छुटकारा मिल रहा है। महज एक घंटे के समय में आसानी से एक एकड़ में सुखने को छोड़ी फसल की थ्रेसिंग की जा सकती है। बता दें कि इस बार जिले के 2.70 लाख एकड़ में सरसों की फसल है। अधिकांश मंडियों में सरसों की आवक भी शुरू हो गई है।
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VIDEO : महेंद्रगढ़ में बैक-टू-बैक मशीन बनी किसानों की पहली पसंद, तेजी से हो रही सरसों की कढ़ाई