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भिवानी के विभिन्न हिस्सों से शनिवार को ठेकेदार के कारिंदों ने पकड़े गए 47 बंदरों का वेट पॉलीक्लीनिक में पशु चिकित्सकों से मेडिकल परीक्षण कराया। जिसके बाद अब इन्हें दूर दराज के जंगलों में छोड़ा जाएगा। दरअसल भिवानी शहर के 31 वार्डों में बंदरों का उत्पात इतना है कि रोजाना ही करीब दस लोगों को काटने की वजह एंटी रैबिज इंजेक्शन लगवाने अस्पताल पहुंचना पड़ता है।
वेट पालीक्लीनिक में बंदरों को मेडिकल परीक्षण के लिए लेकर पहुंचे ठेकेदार राकेश कुमार ने बताया कि पूरे शहर से करीब पांच हजार बंदर पकड़ने का काम नगर परिषद ने सौंपा है। प्रति बंदर 1800 रुपये भुगतान किया जाएगा। पकड़े गए बंदरों का मेडिकल प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है। इसीलिए इन्हें यहां लाया गया है। पशु चिकित्सकों ने भी पकड़े गए बंदरो की चिकित्सा जांच की और उसके बाद उन्हें फिटनेस का सर्टिफिकेट जारी किया। ठेकेदार राकेश ने बताया कि इन्हें दूर दराज के जंगलों में छोड़ा जाएगा।
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VIDEO : भिवानी में 47 उत्पाती बंदर पिंजरे के अंदर, कराया मेडिकल परीक्षण