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भिवानी में रात के समय तापमान चार डिग्री से भी कम पहुंच रहा है। जिसकी वजह से फसलों पर भी औस की बूंदे जमने लगी हैं वहीं पाला गिरने की संभावना भी बनी है। हालांकि ये मौसम गेहूं की फसल के लिए अनुकूल और सब्जियों की फसलों के लिए नुकसानदायक बना है। भिवानी जिले में साढ़े सात लाख एकड़ भूमि में रबी सीजन की गेहूं, सरसों, जौ सहित अन्य दलहन की फसले बिजाई की गई हैं। जबकि 75 हजार हेक्टेयर भूमि पर किसान सब्जी उत्पादन भी कर रहे हैं। शीत लहर चलने और रात के समय सूखी ठंड से तापमान भी गिरने लगा है। हालांकि बारिश होती है तो किसानों को नुकसान से बचाव होगा और फसलों में भी फायदा मिलेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के बागवानी विशेषज्ञ डॉ मुरारीलाल ने बताया कि इस समय मौसम बागवानी के लिए अनुकूल नहीं है। ऐसे मौसम में किसानों को रात के समय फसलों की हल्की सिंचाई करनी जरूरी है। संवाद
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VIDEO : भिवानी में शीत लहर और तापमान गिरने से जमने लगा खेतों में पाला