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जिला मुख्यालय की मंडी में मंगलवार को सरकारी खरीद के पहले दिन गेहूं की सिर्फ दो ढेरियां ही पहुंची। जबकि खरीद एजेंसी के अधिकारी नदारद रहे। पहले दिन नॉरम के अनुसार आवक नहीं होने की वजह से बोली नहीं हो पाई वहीं किसान भी अभी गेहूं की कटाई में जुटे हैं। मंडियों में गेहूं की आवक में अभी एक सप्ताह से दस दिन का समय लग सकता है।
भिवानी जिला मुख्यालय की मंडी सहित 11 मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद निर्धारित की है। तीन सरकारी एजेंसियां खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हरियाणा वेयर हाउस कारपोरेशन, हैफेड के माध्यम से गेहूं की सरकारी खरीद करेंगी। प्रत्येक एजेंसी को अलग-अलग मंडियां भी अलॉट की जा चुकी हैं। गेहूं की खरीद होने से पहले ही बारदाना भी आ चुका है।
लेकिन अभी तक ढुलाई का टेंडर नहीं हुआ है। जिसकी वजह से मंडियों में उठान को लेकर इस बार बड़ी समस्या बनेगी। पिछले साल सभी सरकारी एजेंसियों ने एक लाख 32 हजार 314 मीट्रिक टन गेहूं खरीद किया था। यानी करीब 26 लाख कट्टों की खरीद कराई गई थी। इस बार भी करीब 26 लाख कट्टे गेहूं खरीद होने की उम्मीद है।
इस बार गेहूं एफसीआई के गोदामों के साथ-साथ प्राइवेट गोदामों और खुले में भी लगाया जाएगा। जिला मुख्यालय की चारामंडी में करीब आठ लाख गेहूं के कट्टों के खुले में भंडारण की तैयारी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने की है। किसानों को पिछले साल गेहूं के प्रति क्विंटल सरकारी खरीद पर 2275 रुपये का एमएसपी दिया गया था, लेकिन इस बार किसानों को गेहूं की प्रति क्विंटल खरीद पर 2425 रुपये एमएसपी मिलेगा।
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VIDEO : भिवानी में पहले दिन जिला मुख्यालय की मंडी में पहुंची गेहूं की दो ढेरी, अधिकारी नदारद


