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बीमार व घायल गोवंश सहित अन्य जानवरों तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाना भिवानी नगर परिषद की जिम्मेवारी है, जिसके लिए नगर परिषद के पास एंबुलेंस की सुविधा है, लेकिन पिछले तीन माह से खराब पड़ी है। मंगलवार को नगर परिषद की पशु उपचार के लिए एंबुलेंस खराब होने के चलते समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं पहुंच पाने के कारण दो बीमार सांडों ने दम तोड़ दिया। जिसके विरोध में गो रक्षा दल भिवानी सदस्यों ने नगर परिषद कार्यालय के समक्ष धरना देकर नगर परिषद व पशु चिकित्सकों की लापरवाह कार्यशैली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गोरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि मंगलवार को उनके पास सूचना आई थी कि बावड़ी गेट पर एक सांड तड़प रहा है, जिसे तुरंत उपचार की जरूरत है। जिसके बाद उन्होंने नगर परिषद को सूचना दी तथा उन्होंने एंबुलेंस खराब होने की बात कहते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली भेजने की बात कही, जबकि ट्रैक्टर-ट्रॉली में बीमार नंदी नहीं चढ़ सकता लेकिन फिर भी ट्रैक्टर-ट्रॉली तथा वो भी समय पर नहीं पहुंची। जिसके बाद उन्होंने पशु उप निदेशक को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। जिसके बाद उन्होंने पोलीक्लीनिक में तैनात डा. राजेश जाखड़ को सूचना दी, लेकिन उन्होंने करीबन आधे घंटे बाद चिकित्सा सुविधा भेजी तथा इस दौरान उक्त सांड तड़प-तड़प कर मर चुका था। संजय परमार ने बताया कि इसी दौरान एक सांड और बीमार होने की सूचना रेस्ट हाऊस के समीप से भी आई थी तथा उन्होंने फिर वही प्रोटोकॉल अपनाया, लेकिन इस बार भी नगर परिषद व पशु चिकित्सकों की लापरवाह व ढीली कार्यशैली के उस सांड ने भी दम तोड़ दिया। गोरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि मंगलवार को ही धिराणा से एक बछड़े के एक्सीडेंट की सूचना आई थी, तब भी गोरक्षा दल भिवानी ने अपने स्तर पर झज्जर से सुनील निमाणा द्वारा एंबुलेंस का प्रबंध कर घायल बछड़े तक उपचार सुविधा पहुंचाई। जूई से आशीष अग्रवाल द्वारा गोरक्षा दल भिवानी के अनुरोध पर घायल पशुओं के उपचार के लिए कई बार एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई थी। संजय परमार ने बताया कि मंगलवार को दो घायल गोवंश के उपचार के लिए नगर परिषद को सूचना दी गई, लेकिन नगर परिषद की लापरवाह कार्यशैली के चलते दोनों गोवंश काल का ग्रास बन गए। संजय परमार ने बताया कि बीते 20 फरवरी को उन्होंने ई-मेल व फोन के माध्यम से एंबुलेंस ठीक होने तक वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने की मांग नगर परिषद से की थी। लेकिन नगर परिषद ने उनकी मांग को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया, जिसके चलते जानवर व अन्य गोवंश काल का ग्रास बन रहे है।
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VIDEO : भिवानी नगर परिषद व पशु चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाकर धरने पर बैठे गाेरक्षक