[ad_1]
एमएसपी की मांग को लेकर खनौरी बार्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता डल्लेवाल को मंगलवार को चार राज्यों के किसान नेताओं ने समर्थन दिया है। इसके लिए जाट धर्मशाला में पत्रकार वार्ता कर सरकार को चेताया। इसमें किसान संघर्ष समिति, जनता सरकार मोर्चा, मध्य प्रदेश से राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के नेता भी शामिल हुए।
मध्यप्रदेश से आए किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि सरकार ने जल्द ही खनौरी बार्डर पर आमरण अनशन कर रहे जगजीत डल्लेवाल के साथ बातचीत कर किसानों की मांगों को पूरा करे। अगर जल्द ही उनकी मांग नहीं मानी गई तो यह आंदोलन केवल पंजाब, हरियाणा तक नहीं, बल्कि पूरे देश में फैलेगा। एमएसपी के मुद्दे पर देश के सभी किसान संगठन एक साथ हैं। इस बैठक में केरला से केवी बीजू, उड़ीसा से सचिन महापात्रा, बुंदेलखंड से मनीष राजा मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सरकार अपने वायदे से मुकर रही है और एमएसपी को लागू नहीं किया जा रहा, जो किसानों के साथ वायदाखिलाफी है। सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर किसानों के साथ बातचीत आगे बढ़ानी चाहिए। केरला से आए बीजू ने कहा कि दो दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एमएसपी लेकर बयान दिया कि एमएसपी 40 प्रतिशत बढ़ा है, जो निराधार है।
उड़ीसा से आए सचिन महापात्रा और बुंदेलखंड से मनीष राजा ने सरकार ने जल्द ही बातचीत कर जगजीत डल्लेवाल को अनशन समाप्त नहीं करवाया तो वह अपने राज्या में आंदोलन शुरू कर देंगे और यह आंदोलन पूरे देश में फैल सकता है। किसान नेता अक्षय नरवाल ने कहा कि बड़े आंदोलन को लड़ने के लिए सभी नेताओं को बड़ा मन करने की जरूरत है।
संदीप चहल ने कहा कि एमएसपी का मुद्दा पूरे देश के किसानों का मुद्दा है, इसलिए सभी किसान संगठनो को एक मंच पर आना बहुत जरूरी है। सरकार कह रही है कि बातचीत से ही समाधान निकल सकता है, लेकिन बातचीत के लिए आगे नहीं आ रही है। 22 दिन से आमरण अनशन कर रहे जगजीत डल्लेवाल की सुध नहीं ले रही है। इस अवसर पर अक्षय नरवाल, प्रियंका खरकरामजी, संदीप चहल, नरेंद्र बूरा, सुशील नरवाल, सुमित लाठर मौजूद रहे।
[ad_2]