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शहर में चार साल पहले तैयार किए गए एमसीएच यानी मातृ-शिशु अस्पताल में पहली बार बच्चे की किलकारी गूंजी। यहां सीएमओ डॉ. राजविंद्र मलिक ने वीरवार शाम पहली सिजेरियन डिलिवरी कराई और चंपापुरी निवासी बबीता ने बेटा को जन्म दिया। वहीं, शुक्रवार से जिला स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में संचालित लेबर रूम और एसएनसीयू सुविधा मातृ-शिशु अस्पताल में शिफ्ट कर दी है। अब महिला संबंधी ओपीडी यहीं देखी जाएंगी।
बता दें कि वर्ष 2021 में लोक निर्माण विभाग ने करीब साढ़े 8 करोड़ से मातृ-शिशु अस्पताल भवन तैयार किया था। वहीं, लोक निर्माण विभाग की इलेक्ट्रीशियन शाखा ने भी यहां ढाई करोड़ का बजट खर्च किया था। 11 करोड़ खर्च करने के बाद भी जिला स्वास्थ्य विभाग नए भवन में बच्चों व महिलाओं के उपचार की सुविधा शुरू नहीं कर पाया था।
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VIDEO : चार साल पहले 11 करोड़ से बने मातृ-शिशु अस्पताल में पहली बार गूंजी किलकारी