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चंडीगढ़. हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज (Anil Vij) का रौद्र रूप एक बार फिर से देखने को मिला है. जनता दरबार के दौरान . गब्बर के नाम से मशहूर मंत्री अनिल विज का एसएचओ सतीश कुमार पर गुस्सा फूट पड़ा. इस दौरान विज ने एसएचओ से जहां तू-तड़ाक में बात की. वहीं, तुरंज डीजीपी को भी फोन कर दिया और सस्पेंशन ऑर्डर मांग लिए. इस दौरान करीब 10 मिनट तक अनिल विज एसएचओ पर गुब्बार निकालते रहे.
दरअसल, अंबाला में सोमवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में मंत्री अनिल विज का जनता दरबार लगाया था. इस दौरान एक महिला विज के सामने रोने लगी और बताया कि 15 दिन से केस दर्ज नहीं किया गया है. महिला ने विज को बताया कि 20 दिन से कोई कार्रवाई नहीं और बताया कि संपति की सेल और परचेज का कोई रिकॉर्ड नही है. विज ने तुरंत डीजीपी को फोन किया और कहा कि एसएचओ के संस्पेंशन के आर्डर जारी किए जाएं.
भीड़ के बीच विज ने एसएचओ से पूछा कि महिला की शिकायत अभी तक दर्ज क्यों नहीं की गई और तू हर चीज में अपनी करता है, तू कौन होता है. जज बनने वाला. उसके लिए कोर्ट हैं. पहले एफआईआर दर्ज करो. इस पर एसएचओ ने कहा कि अफसरों को उन्होंने लिखा तो विज बोले कि तेरे अफसर को भी देख लेंगे, पहले शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज करो. फिर लिखो.
एसएचओ ने बताया कि यह मामला सिविल विवाद है और इसमें केस दर्ज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने अपनी हायर अथॉरिटी को बताया था. एसएचओ ने बताया कि तीन बार उन्होंने पार्टियों को बुलाया था. विज ने डीजीपी को फोन पर बताया कि एसएचओ किसी की नहीं मानता है.
महिला ने शिकायत में क्या बताया
विज और एसएचओ के बीच इस दौरान 10 मिनट तक बहसबाजी चलती रही. एसएचओ ने कहा कि अगर वह गलत हुए तो किसी भी सजा के लिए तैयार हैं. विज ने कहा कि उन्हें पहले ही केस दर्ज करने के आदेश दिए थे तो केस दर्ज क्यों नहीं किया गया. उधर, महिला ने बताया कि उनकी दुकानों को बाजार से कम दाम पर खरीदा गया था और एसएचओ ने उन्होंने थाने से धक्के मारकर बाहर निकाला था.
Tags: Ambala Police, Anil Vij, Haryana police, Home Minister Anil Vij
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