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गन्ना प्रजनन संस्थान क्षेत्रीय केंद्र करनाल में मंगलवार को बिहार राज्य के किसानों को गन्ने की फसल में लगने वाले विभिन्न रोगों की पहचान, उनके लक्षण और निदान के बारे में जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में केंद्र अध्यक्ष डॉ. एम.एल. छाबड़ा ने किसानों को गन्ने की फसल में होने वाले लाल सड़न, टॉप बोरर और पत्तियों के पीले पड़ने जैसे रोगों की पहचान करना सिखाया।
बीज उपचार से कई बीमारियों की रोकथाम संभव
डॉ. छाबड़ा ने कहा कि गन्ने की फसल को रोगों से बचाने के लिए बीज का सही तरीके से उपचारित करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने बताया कि यदि बुआई से पहले बीज को सही तरीके से उपचारित किया जाए, तो कई बीमारियों से बचाव संभव है।
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VIDEO : गन्ना प्रजनन संस्थान करनाल में किसानों को गन्ने की फसल के रोगों की जानकारी दी गई