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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा की किसानों और किसान आंदोलन के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी पर शुक्रवार को किसानों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। किसान सभा ने शीला बाईपास पर रामचंद्र जांगड़ा का पुतला जलाकर अपना रोष प्रकट किया। सभा ने राज्यसभा सदस्य से सार्वजनिक माफी मांगने और भाजपा से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
किसान सभा की नाराजगी
अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने इस घटना को विडंबनापूर्ण करार देते हुए कहा कि एक ओर किसान अपने हक की मांग के लिए संघर्ष कर रहे हैं और कई किसान नेता आमरण अनशन पर हैं, वहीं दूसरी ओर राज्यसभा सदस्य मंचों से किसान आंदोलन के खिलाफ तथ्यहीन और अपमानजनक बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने इसे संविधान का अपमान बताते हुए कहा कि रामचंद्र जांगड़ा की टिप्पणियां न केवल किसानों के प्रति अनादर दिखाती हैं, बल्कि यह राज्यसभा की गरिमा पर भी प्रहार है।
संविधान और किसानों पर कुठाराघात
इंद्रजीत सिंह ने आरोप लगाया कि राज्यसभा सदस्य अपनी गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से भाजपा सरकार के कुशासन, प्रदेश में फैले नशे के रैकेट और चरमराई कानून व्यवस्था से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणी के लिए राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन के तहत कार्रवाई की मांग की।
संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े आंदोलन की चेतावनी
इंद्रजीत सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बड़े आंदोलन की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसान अपने अधिकारों और सम्मान के लिए किसी भी स्तर तक संघर्ष करने को तैयार हैं।
विरोध प्रदर्शन में भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान प्रीत सिंह ने की। इस मौके पर जिला सचिव बलवान सिंह, धर्मपाल दांगी, उमेद सिंह गिल, राय सिंह नेहरा, जयप्रकाश किलोई, कृष्ण किलोई, चांद सिंह, अशोक राठी, राजकुमार, जयपाल, सुनील खरावड, खेमचंद, जगपाल सांगवान, सीटू नेता सतबीर सिंह, जिले सिंह, रणबीर दहिया और जयकरण घडौठी समेत कई किसान नेता उपस्थित रहे।
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VIDEO : किसानों के खिलाफ टिप्पणी पर रोष, रोहतक में रामचंद्र जांगड़ा का पुतला दहन