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गुरुग्राम सेक्टर-30 स्थित सिलोखरा गांव के जोहड़ का जीर्णोद्धार करने में एनजीटी ने नाराजगी जाहिर की है। जीएमडीए ने एनजीटी से नई योजना को बिना मंजूर करवाए जोहड़ की मूल योजना में बदलाव कर दिया। एनजीटी ने आदेश की अवमानना करार देते हुए जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी जेल भेजने, जुर्माना लगाने या दोनों की चेतावनी दी थी। एनजीटी की नाराजगी को देखते हुए जीएमडीए अब जोहड़ को उसके मूल स्वरूप में लाने में जुट गया है।
इसके तहत जोहड़ पर लगी लोहे की जाली, चारों ओर बना फुटपॉथ और मिट्टी को हटाने का काम शुरू हो गया है। इसे एक निजी कंपनी सीएसआर के तहत विकसित कर रही थी। बता दें कि साउथ सिटी-एक निवासी ब्रिगेडियर परमजीत सिंह आदि ने साल 2022 में एनजीटी में एक याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई के दौरान एनजीटी ने परियोजना में बदलाव पर नाराजगी जताई। 12 दिसंबर तक जीएमडीए पूराने आधार पर इसका विकास करेगा।
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VIDEO : एनजीटी की नाराजगी पर जोहड़ को मूल स्वरुप में लाने का काम शुरू, दोबारा नए सिरे से बनेगा