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अंबाला में रेलवे प्रशासन की बेरूखी के कारण गांव सीवनमाजरा के लोग जान जोखिम में डालकर रेल लाइन पार कर रहे हैं। ऐेस में ट्रेन आने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बराड़ा के रेलवे स्टेशन के समीप सहानरपुर की तरफ रेल लाइन के किनारे गांव सीवनमाजरा बसा हुआ है। इस गांव के दर्जनों किसानों की कई एकड़ जमीन लाइन के दूसरी तरफ है। वहीं, गांव की पंचायती जमीन भी इसी तरफ है।
इसके अलावा लाइन के दूसरी तरफ दर्जनों लोगों के घर हैं जो कई वषोँं से यहीं रह रहे हैं। गांव सीवनमाजरा से लाइन पार क्षेत्र में जाने के लिए रेलवे लाइन के नीचे बनी पुलिया से लोग आना जाना करते थे। यहां बसने वाले लोंगों और किसानों के लिए यही एकमात्र रास्ता है। लेकिन कुछ समय पहले रेल विभाग द्वारा यहां पुलिया के एक साइड में पाइप लगाकर बंर कर दिया। जिसके बाद यहां पुलिया में पानी खड़ा है। एक तो रास्ता बंद, दूसरा पानी। ऐसे में लोगों के लिए यहां से आना जाना बंद हो गया। लोग किसी तरह चार रेलटै्रक को पार करके अपनी जान जोखिम में डालकर आना जाना कर रहे हैं। लेकिन वह भी पैदल ही आ सकते हैं कोई वाहन लेकर नहीं। वहीं किसानों को अपने खेतों में जाने के लिए कई किलोमीटर का रास्ता तय करके अन्य किसानों के खेतों से होकर गुजरना पड़ रहा है। इसके अलावा लाइन पार करके विद्यार्थी रोजाना सीवनमाजरा सरकारी स्कूल में आते हैं, जिससे हमेशा हादसे का खतरा बना रहता है।
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