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अमर उजाला फाउंडेशन और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (कुवि) के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड एंड आनर्स स्टडीज (आईआईएचएस) के सहयोग में मिर्जापुर गांव में विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इसमें छात्राओं और शिक्षकों ने महिलाओं के व्यक्तित्व विकास और आत्मनिर्भरता को लेकर अपने विचार साझा किए।
मुख्य वक्ता आईआईएचएस के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की डॉ. ज्योति चौहान और डॉ. कविता दहिया रही। डॉ. ज्योति चौहान ने कहा कि एक सशक्त महिला ही समाज को सही दिशा दे सकती है। महिलाओं को जीवन में आत्मविश्वास, संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्राओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहकर सपनों को पूरा करने का प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. कविता ने कहा कि व्यक्तित्व विकास केवल बाहरी रूप से नहीं, बल्कि आंतरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। शिक्षा, आत्मविश्वास और स्वावलंबन एक सफल व्यक्तित्व की नींव रखते हैं। महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और व्यक्तित्व विकास बहुत जरूरी है।
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VIDEO : महिलाओं को संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने की जरूरत- डॉ. ज्योति