Stock Market Today: अमेरिकी केंद्रीय बैंक यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती का सीधा असर भारतीय घरेलू शेयर बाजार पर दिखाई दे रहा है. हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन बाजार खुलते ही जबरदस्त तेजी दर्ज की गई. बीएसई सेंसेक्स 400 अंकों की बढ़त के साथ 83,108 पर खुला और शुरुआती कारोबार में यह और चढ़कर 83,141 तक पहुंच गया. वहीं, एनएसई निफ्टी 50 भी मजबूती दिखाते हुए 100 अंकों की बढ़त के साथ 25,400 स्तर के ऊपर कारोबार कर रहा है.
गुरुवार के कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली. निफ्टी 50 में टेक महिंद्रा, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व और ट्रेंट टॉप गेनर रहे, जबकि बजाज फाइनेंस, हिंडाल्को, अपोलो हॉस्पिटल, एसबीआई और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस टॉप लूजर की सूची में शामिल रहे.
बाजार में क्यों तेजी?
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार ने बताया कि यूएस फेड चीफ जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती को रिस्क मैनेजमेंट कट बताया है. उनका कहना है कि फेड का मुख्य फोकस पूरी तरह से आर्थिक गतिविधियों, बेरोजगारी और महंगाई पर केंद्रित है.
विशेषज्ञों का मानना है कि फेड की यह कदम अमेरिकी बाजार में निवेशकों की चिंता को कम करने के साथ-साथ वैश्विक तरलता बढ़ाने में मदद करेगा. इसका सीधा असर भारतीय निवेशकों पर भी पड़ा है, जिससे घरेलू बाजार में तेजी आई है. ब्याज दरों में कटौती से विदेशी निवेशकों (FPI) की धारणा मजबूत होगी और भारतीय शेयर बाजार में पूंजी का प्रवाह बढ़ सकता है.
इसके अलावा, बैंकिंग और आईटी शेयरों को विशेष रूप से लाभ हुआ है, क्योंकि अमेरिकी बाजार में सुधार से इन क्षेत्रों के कारोबार और आय पर सकारात्मक असर पड़ेगा. निवेशकों के लिए यह संकेत है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच भी भारतीय बाजार में अवसर मौजूद हैं.
रुपया और विदेशी निवेश पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती से डॉलर इंडेक्स पर दबाव बढ़ेगा, जिससे भारतीय रुपये को मजबूती मिल सकती है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भी उभरते बाजारों में अधिक पूंजी लगाने के लिए आकर्षित होंगे. इससे भारतीय बाजार में विदेशी निवेश का प्रवाह बढ़ने की संभावना है.
ब्याज दरों में नरमी से बैंकों की कर्ज देने की क्षमता और मार्जिन पर सकारात्मक असर पड़ सकता है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था को राहत मिलने से भारतीय आईटी कंपनियों को नए कॉन्ट्रैक्ट्स मिलने की उम्मीद बढ़ेगी. कर्ज सस्ता होने से मांग में तेजी आ सकती है, जिससे इन सेक्टरों को फायदा होगा. बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर फेड इस साल के अंत तक और दो बार ब्याज दरों में कटौती करता है, तो भारतीय बाजार में लंबी अवधि तक तेजी का रुख बना रह सकता है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
Source: https://www.abplive.com/business/stock-market-today-on-dated-18-september-2025-know-latest-updates-nse-bse-sensex-nifty-3014534


