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मोहम्मद जवाद जरीफ, ईरान के उपराष्ट्रपति।
दुबई: ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता शुरू होने के बाद तेहरान की सियासत में भूचाल आ गया गया है। ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद जवाद जरीफ ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि जवाद जरीफ वही हैं, जो 2015 में दुनिया के ताकतवर देशों के साथ परमाणु समझौते के दौरान तेहरान की ओर से प्रमुख वार्ताकार थे। मगर अब अचानक उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करने का भी ऐलान किया है।
राष्ट्रपति पेजेशकियन की मंगलवार देर रात मोहम्मद जवाद जरीफ के संबंध में घोषणा ऐसे समय में आई है, जब ईरान अपने तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका के साथ दूसरे दौर की वार्ता की तैयारी कर रहा है। इस बीच, बुधवार से शुरू होने वाली अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी की यात्रा में इस बात को लेकर वार्ता शामिल हो सकती है कि किसी प्रस्तावित सौदे के तहत उनके निरीक्षकों को क्या पहुंच मिल सकती है।
क्यों दिया जवाद जरीफ ने इस्तीफा
जवाद जरीफ ने अचानक अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया, इस बारे में उन्होंने कोई ऐलान नहीं किया है और न ही सरकार की ओर से इसका कोई ठोस कारण बताया गया है। मगर उनका ये इस्तीफा ऐसे वक्त में हुआ है, जब डोनाल्ड ट्रंप ईरान पर लगातार परमाणु समझौते करने का दबाव बना रहे हैं और धमकी भी दे रहे हैं। ऐसे में दूसरे दौर की वार्ता शुरू होने से पहले जवाद जरीफ का इस्तीफा सुर्खियों में आ गया है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार धमकी दी है कि यदि कोई समझौता नहीं हुआ तो वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाकर हवाई हमले करेंगे।
पेजेशकियन ने जरीफ का इस्तीफा लेने के बाद क्या कहा
ईरानी अधिकारी लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपने यूरेनियम भंडार को समृद्ध करके परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर सकते हैं। पेजेशकियन ने जरीफ के इस्तीफे को स्वीकार करते हुए उनकी प्रशंसा की। जरीफ ने पिछले साल चुनाव में पेजेशकियन के प्रमुख समर्थक के रूप में काम किया था। जरीफ ने मार्च में पेजेशकियन को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। राष्ट्रपति ने हालांकि इस पत्र का तुरंत जवाब नहीं दिया था। लेकिन मंगलवार देर शाम राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि पेजेशकियन ने जरीफ को एक पत्र लिखा है जिसमें उनकी प्रशंसा की गई है, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।

राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘पेजेशकियन ने इस बात पर जोर दिया कि कुछ मुद्दों के कारण उनका प्रशासन अब जरीफ के बहुमूल्य ज्ञान और विशेषज्ञता से लाभ नहीं उठा सकता है।’’ इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने बुधवार को अमेरिका को वार्ता में विरोधाभासी रुख अपनाने के प्रति चेतावनी दी। (एपी)

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US के साथ परमाणु वार्ता शुरू होने के बाद अचानक ईरानी उपराष्ट्रपति ने दिया इस्तीफा – India TV Hindi