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Tata Consultancy Services: नोएल टाटा के नेतृत्व वाली टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने एक बड़ा फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीसीएस ने अपने वर्कर्स के लिए अटेनडेंस को सख्त बनाते हुए वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी में बदलाव किए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस बदलाव के तहत पर्सनल इमरजेंसी डे, एंट्री डेडलाइन और बैकएंड प्रॉसेस में अब एडजस्टमेंट की जरूरत पड़ेगी.
पर्सनल इमरजेंसी डे: किसी भी पर्सनल इमरजेंसी के लिए कर्मचारी हर तीन महीने में 6 दिन का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसी के साथ, अगर किसी पर्सनल इमरजेंसी डे का इस्तेमाल करना बाकी रह गया है, तो उसे अगली तिमाही में फॉरवर्ड किया जा सकता है.
एक्सेप्शेनल एंट्री: स्पेस की कमी के चलते कर्मचारी सिंगल एंट्री में अधिकतम 30 रिक्वेस्ट सबमिट कर सकते हैं. नेटवर्क से जुड़ी कोई समस्या है, तो एक बार में ज्यादा से ज्यादा पांच बार लॉग-इन कर सकते हैं. 10 दिनों के अंदर रिक्वेस्ट सबमिट नहीं किया गया, तो यह अपने आप ही रिजेक्ट हो जाएगा. बैकडेटेट एंट्री की इजाजत केवल आखिर के दो वर्किंग डे के लिए ही है. वर्क फ्रॉम होम की मिसिंग एंट्री के लिए अगले महीने की 5 तारीख तक अप्लाई किया जा सकता है.
5 डे अटेनडेंस पॉलिसी: दूसरी आईटी कंपनियों के विपरीत टीएसीएस ने हफ्ते में पांच दिन अटेनडेंस पॉलिसी को पहले ही लागू कर दिया है. जबकि दूसरी कंपनियों में यह हफ्ते में तीन दिन है.
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TCS के HR हेड मिलिंद लक्कड़ ने अपने लीडर्स से वर्कर्स के लिए काम करने के एक अच्छे माहौल को प्रमोट करने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जहां लोग एक-दूसरे के साथ खुशी-खुशी काम करे. साथ ही खुद को मोटिवेटेड फील करें और मन लगाकर काम करें.
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