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सोनीपत के मुरथल रोड स्थित बूस्टिंग स्टेशन पर खराब हुई मोटर को देखते निगम पार्षद हरिप्रकाश सैनी।
सोनीपत। मुरथल रोड पर मुखी अस्पताल के पास स्थित बूस्टिंग स्टेशन की मोटर खराब हो गई। इसके चलते आसपास की 10 से ज्यादा काॅलोनियों में पेयजल सप्लाई कम हो रही है। घर में पानी कम आने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों का आरोप है कि अधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद मोटर को ठीक नहीं कराया जा रहा है। इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।

मुरथल रोड पर मुखी अस्पताल के पास डेढ़ साल पहले कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन (अमृत) योजना बूस्टिंग स्टेशन बनाया गया था। कई दिन से मोटर खराब है। एक बार मोटर चलने के कुछ समय पर बंद हो जाती है। इसके कारण राज मोहल्ला, बागड़ फालसा क्षेत्र, सुनारों वाली गली, बागड़ी मोहल्ला, लाल दरवाजा, ओल्ड महावीर कालोनी, न्यू महावीर काॅलोनी, अनिल नगर, लोहारन गली, कोट मोहल्ला, कुम्हार गेट और हलवाई हट्टा क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। क्षेत्र के लोग पेयजल समस्या के समाधान की मांग को लेकर निगम अधिकारियों को शिकायत कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई न होने के कारण उनकी परेशानी और बढ़ रही है।
मोटर खराब होने के कारण उन कॉलाेनियों में पानी की आपूर्ति मुरथल अड्डा स्थित राजकीय कन्या स्कूल के पीछे बने बूस्टिंग स्टेशन से की जा रही है। लोगों का कहना है कि उनके घरों में पूरा पानी नहीं पहुंच रहा है। कॉलोनियों में पानी की किल्लत गहराई हुई है। घरों में लगे सबमर्सिबल का पानी पीने योग्य नहीं है। ऐसे में उन्हें पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है। उनकी नगर निगम प्रशासन से मांग है कि जल्द उनकी समस्या का समाधान करें। निगम पार्षद हरिप्रकाश सैनी का कहना कि मोटर खराब होने का शिकायत निगम अधिकारियों को दे रखी है। उसके बाद भी मोटर को ठीक कराने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वह मुख्यमंत्री को अधिकारियों की शिकायत करेंगे और निगम के खिलाफ धरना देंगे।
बूस्टिंग स्टेशन की मोटर में तकनीकी खराबी आ रखी है। कुछ देर चलने के बाद बार-बार बंद हो जाती है। ठेकेदार को मोटरों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए है। लापरवाही मिलने पर ठेकेदार के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
– विशाल गर्ग, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम

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Sonipat News: बूस्टिंग स्टेशन की मोटर खराब, 10 से ज्यादा काॅलोनियों में पेयजल संकट