[ad_1]
सोनीपत। कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म व हत्या के मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर निजी अस्पतालों में शनिवार को ओपीडी सेवाएं बंद रहीं। उपचार न मिलने से मरीज इलाज के लिए भटकते रहे। जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी रही। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे ओपीडी 1650 तक पहुंची। आम तौर पर अस्पताल में 1300 तक ओपीडी रहती है। आईएमए के सदस्यों ने सेक्टर-14 स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में एकत्रित होकर रोष व्यक्त किया।
आईएमए के जिला प्रधान डॉ. सुशील सरोहा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में सेफ जोन घोषित किया जाए। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कानून बनाया जाए। महिला चिकित्सक की हत्या के मामले में उच्चस्तरीय जांच व उनके परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। प्रदर्शन में डाॅ. एसके शर्मा, डॉ. परमजीत दहिया, डॉ. सीपी शर्मा, डॉ. रमेश बत्रा, डॉ. मनोज राय, डॉ. रमेश नारंग समेत अन्य चिकित्सक मौजूद रहे। जिला व्यापार मंडल व अन्य सामाजिक संगठनों ने आईएमए के सदस्यों की हड़ताल का समर्थन किया। इनमें प्रवीन वर्मा, संजय वर्मा, मोहन सिंह मनोचा, जतिन डेंबला, अशोक खत्री, कमलेश मलिक, ऊषा भंडारी समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
किडनी के मरीज को दो दिन से नहीं मिला इलाज
शिव नगर निवासी अनवर किडनी के इलाज के लिए दो दिन से भटक रहे हैं। इलाज न मिलने के कारण परेशानी हो रही है। शनिवार को निजी अस्पताल में उपचार न मिलने के कारण वापस लौटना पड़ा। अनवर ने बताया कि जिला नागरिक अस्पताल में कई दिन से भर्ती थे। चिकित्सक ने उन्हें खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए शुक्रवार को रेफर कर दिया था। वहां चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने के कारण इलाज नहीं मिल सका। शनिवार को वह दिल्ली रोड पर निजी अस्पताल में पहुंचे तो यहां पर ओपीडी बंद होने के कारण स्टाफ कर्मियों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया।
चिकित्सकों व स्टाफ कर्मियों ने रखा दो मिनट का मौन
जिला नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों, नर्सिंग अधिकारियों व अन्य स्टाफ कर्मियों ने शनिवार सुबह सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में दो मिनट का मौन रखा। इस दौरान डॉ. राहुल आंतिल, डॉ. प्यारेलाल, डॉ. विकास चहल, डॉ. भानू शर्मा, डॉ. संदीप शर्मा, डॉ. राकेश फोगाट, डॉ. विपिन दलाल, डॉ. लतिका दलाल समेत अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।
निजी अस्पतालों में बंद रही ओपीडी
खरखौदा। निजी अस्पतालों में चिकित्सकों ने शनिवार को स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखी। उन्होंने न ओपीडी देखी और न ही आपात सेवाओं को ही चालू रखा। डाॅ. अनिल दहिया ने बताया कि महिला चिकित्सक के हत्यारों को जल्द पकड़कर उन्हें कड़ी सजा दी जाए। उनकी तरफ से 24 घंटे तक के लिए अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बंद रखा गया है। वहीं, ऑल इंडिया डेंटल सर्जन एसोसिएशन के आह्वान पर डेंटल सर्जन ने अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बंद रखा।
[ad_2]
Sonipat News: निजी अस्पतालों में बंद रही ओपीडी, मरीज उपचार को भटके