संवाद न्यूज एजेंसी
गन्नौर। किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ टोल कर्मियों की ओर से बदसलूकी करने के विरोध में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 स्थित भिगान टोल प्लाजा पर शनिवार को किसान नेताओं ने एक घंटे तक सांकेतिक धरना दिया। किसानों का आरोप है कि यहां से आने-जाने वाले यूनियन के पदाधिकारियों के साथ टोल कर्मचारी बदसलूकी करते हैं। वहीं विधायक और सांसद का टोल सिर्फ इसलिए माफ किया जाता है कि वह देश सेवा कर रहे हैं।
किसान नेताओं का कहना है कि किसान यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य किसानों के हित में काम कर रहे हैं। इसके बावजूद टोल वसूला जा रहा है। अगर सांसद और विधायक का टोल माफ हो सकता है तो किसान यूनियन के पदाधिकारियों का भी टोल माफ होना चाहिए। किसान नेताओं के साथ बदसलूकी को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेताया कि यदि उनसे टोल वसूला जाता है तो वह टोल प्लाजा पर स्थायी धरना लगा देंगे। धरने की सूचना मिलने के बाद मुरथल थाना प्रभारी जसपाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसान नेताओं की बात सुनने के बाद टोल प्लाजा अधिकारियों के साथ बातचीत की। टोल प्लाजा अधिकारियों ने किसान नेताओं को यह भी आश्वासन दिया है कि उनसे टोल नहीं लिया जाएगा।
किसान नेता के पास आई कार्ड होना अनिवार्य
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि टोल प्लाजा पर धरना देने के बाद टोल प्लाजा अधिकारियों की तरफ से उन्हें आश्वासन मिला है कि टोल प्लाजा से गुजरने पर उनसे टोल नहीं वसूला जाएगा। इसके लिए किसान नेताओं के पास यूनियन का आई-कार्ड, गाड़ी पर किसान यूनियन का झंडा और बैज भी होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि यूनियन की तरफ से उन्हें चिप आधारित कार्ड भी दिए जाएंगे, ताकि आई कार्ड का गलत इस्तेमाल न हो सके। यदि कोई व्यक्ति फर्जी आई कार्ड लिए मिलता है तो ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई भी जाएगी। उन्होंने यह भी चेताया कि यदि अधिकारियों के आश्वासन के अनुरूप काम नहीं हुआ तो यूनियन एकत्रित हो कर टोल प्लाजा पर स्थायी धरना शुरू कर देगी।
.