[ad_1]
सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में विलुप्त होती जा रही पारंपरिक लोक कलाओं एवं हथकरघा उद्योग से जुड़े कलाकारों को अपने आगामी कार्यक्रमों और उत्सवों में विशेष सम्मान प्रदान करेगा। वे वीरवार को कार्यालय के कमेटी रूम में युवा कल्याण निदेशालय की ओर से आयोजित विश्वविद्यालय के महाविद्यालयों के प्राचार्यों के साथ बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक के दौरान विश्वविद्यालय के 12वें ‘त्रिवेणी युवा महोत्सव-2025’ की आयोजन तिथियां भी घोषित की गईं। यह महोत्सव 10 से 14 नवंबर 2025 तक आयोजित होगा। इनसे विद्यार्थियों की सेमेस्टर परीक्षाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े और वे सहजता से महोत्सव में भाग ले सकें।
कुलपति प्रो. विजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय न केवल इन कलाकारों को मंच उपलब्ध कराएगा, बल्कि इनके संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा। उन्होंने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी को अपनी प्राचीन परंपराओं, सांस्कृतिक धरोहर और लोक कलाओं से जोड़ना है, ताकि समाज में इनकी प्रासंगिकता और महत्व बरकरार रहे।
इस बैठक में डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर राजकुमार सहित महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे। बैठक का संचालन युवा कल्याण निदेशालय के निदेशक प्रो. सेवा सिंह बाजवा की ओर से किया गया।
[ad_2]
Sirsa News: 10 नवंबर से होगा त्रिवेणी युवा महोत्सव


