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बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलातीं स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी
सिरसा। जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में करीब चार लाख बच्चों और महिलाओं को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जानी थी। जिसमें विभिन्न विभागों की ओर से बच्चों, युवाओं और महिलाओं को करीब सवा तीन लाख एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई गईं। वहीं मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छूटे हुए 70,000 बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई गई।
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स्वास्थ्य विभाग ने जिले में चार लाख के करीब बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाने को लक्ष्य पूरा कर लिया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजकीय महिला महाविद्यालय में प्राचार्य रामकुमार जांगड़ा की अध्यक्षता तथा महिला प्रकोष्ठ कमेटी की प्रभारी डाॅ. प्रीत कौर के संयोजन में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मंगलवार को मनाया गया।
जिसमें सबसे पहले प्रभारी डॉ. प्रीत कौर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस भारत में हर साल फरवरी महीने में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य एक से 19 वर्ष के बीच के सभी बच्चों को कृमि मुक्त करना है। भारत में इसकी शुरुआत 2015 में की गई थी।
प्राचार्य रामकुमार जांगड़ा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि डिवर्मिंग में बच्चों के शरीर में परजीवियों या आंतों के कीड़े को खत्म करके कृमि संक्रमण को दूर करने के लिए दवा का उपयोग किया जाता है। जब बच्चों की बात आती हैं। कृमि नाशक गोलियां ज्यादा दवा लेने में सफलता के परिणाम स्वरुप मिट्टी से फैलने वाला कृमि रोग हो सकता है। यह ऐसी स्थिति जिसमें कृमियों का एक संग्रह मानव शरीर को प्रभावित करता है।
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Sirsa News: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर छूटे 70,000 बच्चों को खिलाई एल्बेंडाजोल की गोलियां