[ad_1]
रानियां क्षेत्र में किसानों द्वारा बुधवार रात 10 बजे पराली को लगाई गई आग। संवाद

संवाद न्यूज एजेंसी
सिरसा। पराली जलाने के निरंतर मामले सामने आ रहे हैं। धुंध और मौसम का फायदा उठाकर किसान धड़ल्ले से पराली जला रहे हैं। अभी तक पराली जलाने की लोकेशन 140 के आस पास पहुंच चुकी है। एक माह में जितनी पराली की लोकेशन प्राप्त नहीं हुई है, उतनी लोकेशन एक सप्ताह में विभाग को प्राप्त हुई है।
पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड की टीमें फील्ड में नजर आ रही है। जहां पर लोकेशन नहीं मिलने की रिपोर्ट दी जा रही है। वहां पर वह सर्वे कर रही है। निरंतर लोकेशन मिलने पर कृषि विभाग के अधिकारी एफआईआर दर्ज करवाने में लगे हुए है।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार रात के समय में तापमान में गिरावट आने के बाद से ही लोकेशन तेजी से बढ़ रही है। रात के समय जिन अधिकारियों की फील्ड में ड्यूटी, वह अपनी ड्यूटी सही तरह से नहीं कर रहे हैं। धुंध व सर्दी में कोई भी फील्ड में नजर नहीं आ रहा है। इसी का परिणाम है कि बड़े स्तर पर प्रदूषण और पराली जलाने के मामले सामने आए है। वहीं, उप निदेशक कृषि विभाग ने लापरवाही अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं।
प्रदूषण बोर्ड के आरओ विनोद बाल्याण ने बताया कि हरनी खुर्द , कैरावाली, मंगाला, टीटू खेडा आदि एरिया में सर्वे किया गया है। जो लोकेशन बिना पराली जलाने की नहीं मिली है, उनकी जांच की जा रही है। वीरवार को दो लोकेशन पराली जलाने की मिली है। जिन पर एफआईआर की कार्रवाई कृषि विभाग की ओर से की जा रही है। पिछले कुछ दिनों से निरंतर लोकेशन बढ़ रही है। ऐसे में किसानों से अपील है कि वह पराली न जलाए।
शहर में बढ़ा प्रदूषण
जहां पराली जलाने से वातारण दूषित हो रहा है। दिन के समय भी शहर में धुएं का असर देखने को मिला। वीरवार शाम को 172 एक्यूआई दर्ज किया गया। लोगों को धुएं के कारण आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
पराली प्रदूषण की लोकेशन तीन दिनों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इनकी जांच की जा रही है। किसानों से अपील की जा रही है कि वह पराली न जलाएं। सभी को मशीनरी उपलब्ध करवाने का कार्य जारी है। -डाॅ. सुखदेव सिंह कंबोज, कृषि उप निदेशक।
[ad_2]
Sirsa News: धुंध का फायदा उठाकर धड़ल्ले से पराली जला रहे किसान, एक सप्ताह में दोगुने हुए मामले