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गांव ओढां में नारेबाजी करते मनरेगा मजदूर। संवाद
संवाद न्यूज एजेंसी
ओढां। गांव में चरमराई पेयजल व्यवस्था व मनरेगा मजदूरों को मजदूरी न मिलने के विरोध में गांव ओढां के ग्रामीणों ने जलघर व बीडीपीओ कार्यालय में धरना दिया। ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।
ग्रामीणों ने कहा कि जलघर से उनके घरों में खारे पानी की आपूर्ति हो रही है। इससे लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। गांव में जगह-जगह पाइप लाइन लीकेज हो रही है। उनकी मांग है कि ट्यूबवेल का पानी वाटर टैंकों में न छोड़ा जाए। जलघर में प्रदर्शन की सूचना के बाद विभाग के एसडीओ विकास ज्याणी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या सुनी। अधिकारी ने शीघ्र ही समस्याओं का हल करवाने का आश्वासन दिया। जलघर के बाद ग्रामीण बीडीपीओ कार्यालय में पहुंचे और वहां भी धरना लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीणों ने कहा कि मनरेगा मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल रही। उन्हें काम किए हुए लंबा समय व्यतीत हो गया। मनरेगा मजदूरों ने रोजगार सहायक पर हाजिरी न लगाने व मनमर्जी करने के आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा में हाजिरी के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। नियमानुसार हाजिरी जॉब कार्ड में लगाई जानी चाहिए। मजदूरों ने रोजगार सहायक को बदलने की मांग उठाई।
वर्जन
हाजिरी जॉब कार्ड मेंं एमबी भरने के बाद लगाई जाती है। मेरा काम तो हाजिरी उच्चाधिकारियों के पास भेजना है, मजदूरी तो सरकार ने भेजनी है। हाजिरी में किसी तरह का कोई फर्जीवाड़ा नहीं किया है।
सुमित सिंह, रोजगार सहायक।
पंचायत गांव मेें विकास कार्य करवाए हैं। इसमें गलियां, सफाई, निकासी व पेयजल व्यवस्था सहित अन्य कार्य शामिल है। जो कार्य शेष हैं, वो आचार संहिता के बाद मुकम्मल करवाए जाएंगे।
संदीप सिंह, ग्राम सरपंच
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Sirsa News: ग्रामीणों ने जलघर व बीडीपीओ कार्यालय में दिया धरना