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सिरसा। कांग्रेस ने एक बार फिर से अपने दोनों मौजूदा विधायकों पर सिरसा में विश्वास जताया है। कांग्रेस ने अमित सिहाग को डबवाली और कालांवाली से शीशपाल केहरवाला को फिर से टिकट थमाया है। दोनों ही विधायकों ने इस बार गुटबाजी को छोड़कर लोकसभा चुनाव में सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा के लिए पूरी मेहनत की थी।
यही कारण रहा कि कुमारी सैलजा दोनों ही विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल करके निकली थीं। दोनों को टिकट मिलने के लिए न तो सैलजा गुट को कोई आपत्ति थी और न ही हुड्डा गुट को। डबवाली से कांग्रेस के विधायक अमित सिहाग पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ओएसडी रहे डॉ. केवी सिंह के बेटे हैं। वह पहले यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। डॉ. केवी सिंह का परिवार चौधरी देवीलाल के परिवार से संबंधित हैं और वह चौटाला गांव से संबंध रखते हैं।
डबवाली सीट की बात करें तो यह बागड़ी बेल्ट है और विपक्षी पार्टी का विधायक होने के बावजूद अमित सिहाग ने अपने हलके के लिए अनेक काम किए हैं। यहां तक की विधानसभा में हलके में नशे को लेकर उन्होंने काफी आवाज उठाई। बार-बार वह हलके की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र तक लिखते रहे हैं। हालांकि बीजेपी की ओर से अभी तक इस सीट पर किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जजपा से दिग्विजय सिंह चौटाला रिश्ते में अपने चाचा अमित सिहाग के सामने खड़े हैं।
कालांवाली से शीशपाल केहरवाला को टिकट देकर कांग्रेस ने दलित वोटरों को लुभाने का प्रयास किया है। शीशपाल केहरवाला ने 2019 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि हलके की मुख्य समस्याओं के लिए वह लगातार विधानसभा में आवाज उठाते रहे हैं और इस बार उनको फिर से पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
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Sirsa News: कांग्रेस ने फिर से पुराने चेहरों पर ही जताया भरोसा