[ad_1]
सिरसा। शहर के सूरतगढ़िया चौक स्थित श्री विष्णु क्लब की ओर से आयोजित की जा रही रामलीला में बाली वध से लेकर लंका दहन के प्रसंग प्रस्तुत किए गए। क्लब के प्रधान दीपक सेठी के नेतृत्व में मंचित की जा रही रामलीला में कलाकारों ने प्रसंगों को जीवंत करने का प्रयास किया। पर्दा उठाने के साथ ही बाली वध का दृश्य मंच पर प्रस्तुत होता है।
बाली और सुग्रीव आपस में युद्ध कर रहे होते है। पेड़ के पीछे छिपकर श्रीराम युद्ध को देखते हुए और बाली को मारने के लिए तीर चलाते है। तीर बाली को लगता है और धरती पर गिर जाते है। इसके उपरांत श्रीराम उनके सामने आते है और उन्हें उनकी गलती के बारे में बताते हैं। इस पर बाली हाथ जोड़कर उन्हें प्रणाम करता है और मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। इसके उपरांत पर्दा गिर जाता है।
वहीं, श्रीराम की मुद्रिका लेकर हनुमान लंका की ओर प्रस्थान करते हैं। मंच पर लंका प्रवेश और सीता से मुलाकात के प्रसंगों को प्रस्तुत किया जाता है। मंच पर हनुमान का अशोक वाटिका को उजाड़ने, मेघनाद की ओर से बंधक बनाने के प्रसंग होते हैं। इसके अलावा रावण के दरबार में जब उन्हें ले जाया जाता है तो रावण व हनुमान के बीच संवाद को को कलाकारों ने प्रस्तुत किया।
मुख्य आकर्षण लंका दहन का प्रसंग रहा, जिसमें हनुमान जी ने अपनी पूंछ में लगी आग से सोने की लंका को जलाते हैं। प्रधान दीपक सेठी ने बताया कि अरोड़वंश सभा के प्रधान कृष्ण गुंबर, सुमित बब्बर, आढ़ती एसोसिएशन के उप प्रधान राजेंद्र सुधा, पार्षद मनमोहन मिढ़ा, योगेश मिढ़ा, राजेंद्र मिढ़ा आदि मौजूद रहे।
[ad_2]
Sirsa News: कलाकारों ने बाली वध से लेकर लंका दहन के प्रसंगों को किया प्रस्तुत