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व्लादिमिर जेलेंस्की, यूक्रेन के राष्ट्रपति।
कीव: रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने की मैराथन पहल के तहत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अधिकारियों ने सऊदी अरब में रूस से बात करने के बाद अब कीव में डेरा डाल दिया है। ट्रंप के दूत यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात करने के लिए यूक्रेन पहुंच गए हैं। हालांकि सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में यूक्रेन शामिल नहीं था, इससे जेलेंस्की खासे नाराज भी चल रहे हैं। मगर अमेरिकी अधिकारी अब कीव पहुंचकर जेलेंस्की से यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के मुद्दे पर बातचीत करना चाहते हैं।
बता दें कि यूक्रेन और रूस के लिए अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग, राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की एवं सैन्य कमांडरों के साथ बातचीत के लिए बुधवार को कीव पहुंचे। रूस को अलग-थलग करने की अपनी वर्षों पुरानी नीति में अमेरिका के बदलाव लाने के बीच केलॉग यूक्रेन का दौरा कर रहे हैं। एक दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि (रूस-यूक्रेन) युद्ध के लिए कीव जिम्मेदार है। यूक्रेन में युद्ध अगले सप्ताह अपने चौथे वर्ष में प्रवेश कर जाएगा। सऊदी अरब में शीर्ष अमेरिकी और रूसी राजनयिकों के बीच वार्ता में यूक्रेन और उसके यूरोपीय समर्थकों को दरकिनार कर दिया गया।
ट्रंप के रुख से यूक्रेन परेशान
रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए ट्रंप द्वारा यूक्रेन को जिम्मेदार बताए जाने से जेलेंस्की काफी परेशान हैं। इतना ही नहीं ट्रंप की इन टिप्पणियों से यूक्रेनी अधिकारियों को भी अमेरिका के साथ अब वार्ता करने में परेशानी हो सकती है, जिन्होंने रूसी आक्रमण से लड़ने में यूरोपीय देशों से मदद करने का आग्रह किया है। उल्लेखनीय है कि रूस-यूक्रेन युद्ध 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था। इस बीच, रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में लगातार किए जा रहे हमले से यूक्रेनी सेना कमजोर हो रही है, जिसे धीरे-धीरे लेकिन लगातार 1,000 किलोमीटर की अग्रिम पंक्ति में कुछ मोर्चों पर पीछे धकेला जा रहा है।
यूक्रेन को युद्ध शुरू नहीं करना था-ट्रंप
ट्रंप ने मंगलवार को फ्लोरिडा स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन को युद्ध ‘‘शुरू नहीं करना चाहिए था’’ और इसे रोकने के लिए वह ‘‘समझौता कर सकता था।’’ केलॉग ने कहा कि उनकी यात्रा ‘‘कुछ सार्थक, ठोस बातचीत करने का मौका’’ है। जेलेंस्की ने बुधवार को सऊदी अरब की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी, जिसे कुछ विश्लेषकों ने उनके देश (यूक्रेन) के भविष्य के बारे में अमेरिका-रूस वार्ता को वैधता नहीं देने के प्रयास के रूप में देखा। अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि संभावित शांति समझौते पर पहुंचने के बाद रूसी आक्रमण को रोकने के लिए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की यूक्रेन की उम्मीदें पूरी नहीं होंगी।
केलॉग ने कीव रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर कहा, ‘‘हम सुरक्षा गारंटी की आवश्यकता को समझते हैं।’’ उनकी यह टिप्पणी यूक्रेन के सरकारी प्रसारणकर्ता सुस्पिलने नोविनी ने प्रसारित की है। सेवानिवृत्त जनरल ने कहा, ‘‘हमारे लिए इस देश की संप्रभुता और स्वतंत्रता का महत्व बहुत स्पष्ट है। (एपी)
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Russia Ukraine War: सऊदी अरब में रूस से बात करने के बाद ट्रंप के दूत पहुंचे यूक्रेन – India TV Hindi