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रोहतक। सीएम साहब! इधर भी ध्यान दें। शहर में बारिश के पानी की निकासी पर 38.40 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। इसके बाद भी सड़कों पर पानी भरा है और शहरवासियों को परेशान होना पड़ रहा है। वीरवार सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे तक 66 मिमी बारिश हुई। शहर की ज्यादातर सड़कें जलमग्न हो गईं। बारिश बंद होने के घंटों बाद भी मुख्य सड़कों पर जलभराव की स्थित बनी रही। गड्ढों भरी जर्जर सड़कें बारिश का पानी भरने के बाद और खतरनाक हो गईं। वहीं, जलभराव के कारण शहर में जगह-जगह जाम लग गया।
शहर की मुख्य सड़कों पर चार तो सेक्टरों व गलियों में 10-12 घंटे तक पानी की निकासी नहीं हो पाई। यही नहीं, झमाझम बारिश ने राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन में भी अडंगा डाल दिया। राजीव गांधी खेल परिसर में बारिश के बाद भरा पानी निकालने के लिए जिला प्रशासन के देर शाम तक पसीने छूट गए।
जिला प्रशासन के बरसात से निपटने के दावे हवाहवाई साबित हो रहे हैं। गत वर्ष प्रशासन ने सेक्टरों में जल निकासी के लिए 1.40 करोड़ रुपये खर्च किए थे। वहीं, जनस्वास्थ्य विभाग ने गत वर्ष करीब 14 करोड़ रुपये व इस साल 23 करोड़ रुपये से गुरुनानकपुरा डिस्पोजल से बरसाती पानी से राहत दिलाने की योजना बनाई थी। इसके अलावा भी विभाग ने निकासी के लिए छोटे-छोटे कई टेंडर लगाए हैं। सरकारी करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी सड़कों व कॉलोनियों में हर बारिश में जलभराव की स्थिति बन जाती है।
जिले में वीरवार को औसत 24 मिलीमीटर बारिश हुई। रोहतक खंड में 66, महम में 14, सांपला, 28, कलानौर में चार व लाखन माजरा में 10 मिलीमीटर बारिश हुई। शहर में सड़क के गहरे गड्ढों से दोपहिया वाहनों के टायर फंस गए तो किसी वाहन चालक की गाड़ी बंद हो गई। मुख्य मार्गों पर वाहन चालक धक्का मार अपने वाहनों को चलाते दिखाई दिए। बरसाती पानी की निकासी न होने से घंटों जलभराव की स्थिति बनी रही।
शहर के दिल्ली रोड, सोनीपत रोड, पीजीआई मोड, मॉडल टाउन, तिलक नगर, प्रेम नगर, आकाशवाणी मोड़, बस अड्डा चौक, सुखपुरा चौक, किशनपुरा, शीला बाईपास, जींद बाईपास, माता दरवाजा चौक, हुडा काॅम्प्लेक्स, सेक्टर तीन-चार व अन्य इलाकों में बरसाती जमा होने से परेशानी उठानी पड़ी। बस अड्डा परिसर के गेटों पर भी जलभराव की स्थिति बनी रही है।
बिजली गिरने से खेत में बना मकान ध्वस्त
सांपला। चुलियाना में रात को खेतों में धर्मवीर के मकान पर बिजली गिरने से दो मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। छत गिरने के कारण मकान में रखे कृषि औजार नष्ट हो गए। किसान धर्मवीर ने बताया कि गेहूं बिजाई की मशीन, धान बरसाने वाला पंखा व अन्य उपकरण बिजली गिरने से खराब हो गए हैं। पीड़ित ने प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है।
खेल परिसर से सुखाने में प्रशासन के छूटे पसीने
झमाझम बारिश ने राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन में अडंगा डालने का काम किया है। यहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि होंगे। राजीव गांधी खेल परिसर में बारिश के बाद भरा पानी निकालने के लिए जिला प्रशासन देर शाम तक जुटा रहा। खेल परिसर में घास के मैदान व एथलेटिक्स ट्रैक पर पानी भरने से समारोह की तैयारियां प्रभावित हो गईं। शुक्रवार को भी बारिश की संभावना है। ऐसे में अधिकारी स्थिति का जायजा लेने मौके पर पहुंचे और खेल परिसर से बरसाती पानी निकासी के प्रयास शुरू दिए। इसी कड़ी में अरसे से बंद स्टेडियम की बरसाती लाइनों को तोड़ कर दुरुस्त किया गया। मोटरें लगाकर पानी की निकासी की गई। इधर, बारिश से एमडीयू के बाहर भी बरसाती पानी जमा हो गया। शुक्रवार सुबह एमडीयू स्थित राज्य स्तरीय शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री के शहीदों को नमन करेेंगे। ऐसे में स्मारक के बाहर जमा बरसाती पानी निकालने के लिए भी शाम को टीम जुटी नजर आई।
छोटूराम चौक पर पानी की निकासी के लिए प्रशासन ने कामयाबी हासिल की है। शहर के कुछ प्रभावित इलाके हैं। उन पर बेहतर निकासी की योजना बनाई जा रही है।
– डॉ. आनंद शर्मा, आयुक्त नगर निगम।
टेल एंड के इलाकों में जलभराव की समस्या रही है। छोटूराम चौक से पानी की निकासी भी दोपहर तक कर दी गई हालांकि सोनीपत रोड पर नालों की स्थिति ठीक नहीं है। इस कारण निकासी में समस्या आ रही है।
– संजीव कुमार, कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग।
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Rohtak News: सीएम साहब! 38.40 करोड़ खर्च के बाद भी जल निकासी के यह हालात


