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संवाद न्यूज एजेंसी

रेवाड़ी। शहर की अनाज मंडी में सोमवार को बड़ी संख्या में किसान सरसों लेकर पहुंचे। 350 किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 7000 क्विंटल सरसों खरीद की गई।
अनाज मंडी में पहली बार सोमवार को किसान उमड़े थे। किसान सुबह अनाज मंडी के बाहर सरसों लेकर पहुंच गए थे। कई किसान सुबह से दोपहर तक कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इस दौरान किसान गर्मी से काफी परेशान रहे, क्योंकि अधिकतम सीजन का पहली बार 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले सप्ताह शुक्रवार को 160 किसानों से 2500 क्विंटल सरसों खरीदी गई थी। वीरवार को करीब 57 किसानों से 1100 क्विंटल सरसों की खरीद की गई। बुधवार को 27 किसानों से 390 क्विंटल सरसों की खरीद की गई थी। मंगलवार को 10 किसानों से 180 क्विंटल सरसों की खरीद की गई थी।
तय मानकों के तहत की जा रही सरसों की खरीद
हैफेड डीएम प्रवीण शर्मा का कहना है हमारी खरीद के लिए पूरी तैयारी है। हैफेड की ओर से नैफेड के लिए मार्केटिंग सोसाइटी के माध्यम से सरसों की खरीद की जा रही है। बरसात से सरसों भीग गई है। इसलिए अभी नमी भी अधिक है। इसलिए किसान बिक्री करने में जल्दबाजी न करें। किसान अपनी सरसों की फसल को सुखाकर और साफ करके लाएं, ताकि उनको बिक्री के लिए मंडी में किसी प्रकार की दिक्कत न उठानी पड़े। सरसों में नमी की मात्रा 8 प्रतिशत से कम होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरसों की खरीद निर्धारित मानकों से ही की जाएगी।
बावल में पहले दिन 531 क्विंटल सरसों की हुई खरीद
बावल। बावल अनाज मंडी में सोमवार से सरसों की सरकारी खरीद शुरू की गई। नेशनल कंज्यूमर फेडरेशन के प्रभारी इंद्रजीत सिंह व बावल मार्केट कमेटी के प्रभारी राकेश यादव के दिशा-निर्देशन में सोमवार को 25 किसानों की 531 क्विंटल सरसों खरीदी गई। पहले दिन सरसों की बिक्री होने पर उक्त किसान बेहद खुशी दिखाई दिए। राकेश यादव ने कहा कि बावल मार्किट कमेटी के अंतर्गत 135 गांव आते हैं और इन गांवों के किसानों की सरसों की फसल खरीदी जा रही है।
अनाज मंडी में सरसों बेचने के लिए 12 बजे के बाद तक कतार में खड़ा रहा। गर्मी के चलते परेशानी हुई। प्रशासन को व्यवस्था बनाने की जरूरत है, ताकि बाकी किसान भाइयों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। -मोदन, हरिनगर
लाइन में घंटा इंतजार करना चुनौती भरा होता है। धूप ने भी काफी बुरा हाल किया। कुछ समय इंतजार करना तो जायज है। मगर घंटों इंतजार करना परेशानियों का सबब बनता है। इस पर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। -मैनपाल, जैतपुर
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Rohtak News: सरसों लेकर मंडी में उमड़े किसान, 7000 क्विंटल हुई खरीद