Rohtak News: सड़कों पर पानी भरा, खेतों में फसलें बिछीं


छोटूराम चौक पर बारिश के दौरान सड़क पर भरा पानी । संवाद

छोटूराम चौक पर बारिश के दौरान सड़क पर भरा पानी । संवाद

रोहतक। सोमवार को जिले में झमाझम बदरा बरसे। मौसम का बदला रूप राहत के साथ आफत लेकर आया। तापमान में गिरावट से गर्मी से थोड़ी राहत मिली। किंतु शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव से आमजन को परेशानी उठानी पड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश और तेज हवा से गेहूं व सरसों की फसल को नुकसान से किसान इंद्रदेव से रुकने की गुहार लगाते नजर आए।

सुबह से आसमान को काले बादलों ने ढक रखा था। दोपहर बाद तेज हवा चलने लगी। करीब साढ़े चार बजे बारिश शुरू हुई। रात करीब आठ बजे कभी तेज तो कभी रुक-रुककर बारिश होती रही। शाम पांच बजे तक 22 एमएम बारिश दर्ज की गई, आठ बजे तक यह आंकड़ा 55 पहुंच गया। बारिश से शहर की सड़कें व निचले इलाके जलमग्न हो गए। दुकानों व मकानों में भी पानी घुस गया। इसे निकालने में लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। शहर के प्रेम नगर, आकाशवाणी, तिलक नगर, मेडिकल मोड़, छोटूराम चौक, रेलवे रोड, रेलवे स्टेशन पुल के पास, बाबरा मोहल्ला, ग्रीन रोड, सुभाष चौक, सुभाष रोड समेत अनेक इलाके में देर रात तक जलभराव की स्थिति बनी रही।

तापमान में आई 7 डिग्री की गिरावट

बारिश के बाद तापमान में भी तेजी से गिरावट दर्ज की गई। जिले में सोमवार दोपहर को बारिश से पहले अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। बारिश के बाद रात करीब नौ बजे अधिकतम तापमान सात डिग्री गिरकर 18 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज किया जाना संभावित है।

मौसम की मार, मुआवजे की लगाई गुहार

अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा ने सरकार से बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान की गिरदावरी करा कर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। किसान सभा के महासचिव सुमित सिंह ने कहा कि पिछले दो दिन से प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। किसान की फसल लगभग पक कर तैयार है। खर्च हो चुका है। अब पकी फसल से आमदनी की आस थी। बारिश ने इस आस पर पानी फेरने का काम किया है। सरसों की कटाई शुरू हो गई है। गेहूं भी पकने लगा है। ओलावृष्टि और तेज हवाओं के कारण फसल गिरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इसलिए सरकार को किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा जारी करे।

फसल गिरने से करीब 20 प्रतिशत घटेगा उत्पादन

बारिश से महम में गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कस्बे में करीब 60 हजार एकड़ में गेहूं की फसल की बिजाई हुई है। सोमवार शाम करीब पांच बजे तक महम में पांच एमएम बरसात दर्ज की गई। हालांकि देर शाम तक बरसात जारी रही। खंड कृषि अधिकारी संदीप नांदल के अनुसार 30 से 35 प्रतिशत फसल हवा से गिर गई है। फसल में दाना बन चुका है। बढ़वार पर आई फसल के गिरने की भी संभावना है। फसल गिरने से उत्पादन करीब 20 प्रतिशत कम होने की संभावना है।

किसानों के लिए आफत बनी बेमौसम बारिश

सांपला क्षेत्र में सोमवार शाम हुई बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत बनकर बरसी। कहीं कटी फसल तो कहीं खड़ी फसल में भारी नुकसान हुआ। तेज बारिश से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ नजर रही हैं। गेहूं की फसल में नुकसान का अभी सही आंकलन लगाना मुश्किल है। पिछले तीन दिन से मौसम बदल रहा है। बारिश से कस्बे में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई। खेतों में भी पानी भर गया है। किसानों का कहना है कि तेज बारिश से सरसों की कटी फसल के खराब होने की आशंका बढ़ गई है। गेहूं की फसल गिरने की भी आशंका है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर फसल गिरती है तो उत्पादन प्रभावित होगा। इस बार मौसम फसलों के अनुकूल रहने से सरसों व गेहूं की बंपर पैदावार की उम्मीद थी। किंतु मौसम ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है।

बारिश के पानी की निकासी के लिए लिए टीम को अलर्ट कर दिया था। शहर के ज्यादतर हिस्सों में जलभराव की समस्या का समाधान कर दिया गया। यदि कहीं समस्या है तो विभाग को सूचना उपलब्ध कराएं।

अश्वनी सांगवान, कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग

.


What do you think?

Yamuna Nagar News: फेसबुक फ्रेंड को नौकरी के बहाने बुलाकर किया दुष्कर्म

Rewari News: अफसरों को घूस देने से क्या फायदा, बाबुओं की चाय-पानी कीजिए…