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रोहतक। एनसीआर यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल रोहतक के लोग लग्जरी लाइफ के शौकीन हो गए हैं। चुनावी साल 2024 में जिले में पंजीकृत हर तीसरा वाहन लग्जरी कार है। इतना ही नहीं, तेजी से वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस कारण मौजूद वर्ष में दो दिन पहले वाहन पंजीकरण के लिए तीसरी सीरीज शुरू हुई है, जिसके तहत दो दिन में साढ़े 300 वाहन पंजीकृत हो गए हैं।
हरियाणा भौगोलिक क्षेत्रफल में बेशक छोटा है, लेकिन महत्वपूर्ण व समृद्ध राज्यों में से एक है। कृषि प्रधान राज्य होने के बावजूद लोगों का लाइफ स्टाइल बदलता जा रहा है। अब शहर ही नहीं, गांवों में भी साधन संपन्न लोग लग्जरी लाइफ जीते हैं। रोहतक जिला भी पीछे नहीं है। आम वाहन पंजीकरण का कार्य जिला उपमंडल स्तर पर एसडीएम कार्यालय की ओर से किया जाता है। रोहतक, महम व सांपला में उपमंडल कार्यालय हैं। ऑनलाइन ही एजेंसी संचालकों के माध्यम से ही वाहनों के पंजीकरण के लिए आवेदन होता है। हालांकि, वाहन मालिक सीधे ऑनलाइन आवेदन कर पंजीकरण प्रमाण पत्र यानी आरसी ले सकता है।
नए साल में एचआर 12 ए डब्ल्यू की सीरीज में मिलेगा वाहन का नंबर
विभाग के रिकाॅर्ड के मुताबिक, जनवरी 2024 में वाहनों के पंजीकरण के लिए एचआर-12 ए यू की सीरीज चली थी। एक सीरीज के तहत 10 हजार वाहन पंजीकृत होते हैं। इसके बाद एचआर 12 ए वी सीरीज चली, जो अब खत्म हो गई है। इसी सप्ताह तीसरी सीरीज एचआर-12 ए डब्ल्यू सीरीज चालू हुई है, जिसके तहत साढ़े 300 से ज्यादा वाहन पंजीकृत हो चुके हैं। नए साल में भी इसी सीरीज के नंबर मिलेंगे। इतना ही नहीं, अब वीआईपी नंबर के लिए सीधी फीस जमा नहीं होती, बल्कि हर नंबर के लिए ऑनलाइन बोली लगती है। इसके लिए तीन दिन का समय दिया जाता है।
यूं पंजीकृत हुए साल 2024 में अब तक वाहन पंजीकृत
वाहन संख्या
मोटर साइकिल व स्कूटी 13 हजार 668
मोटर कार 7 हजार 324
एग्रीकल्चर ट्रैक्टर 1 हजार 163
मोपेड 42
कंस्ट्रक्शन वाहन 29 क्रेन मोपेड व्हीकल 21
बुलडोजर 20
बाइक व स्कूटी साइड कार 13
अनुकूलित वाहन 12 हारवेस्टर क्रेन 11
नोट : एक जनवरी 2024 से एक दिसंबर 2024 तक का आंकड़ा।
1 जनवरी से सड़क से हट जाएंगे साढ़े 4 हजार वाहन
सरकार के ट्रैफिक नियमों के तहत डीजल युक्त वाहन 10 साल और पेट्रोल युक्त वाहन 15 साल तक ही सड़क पर चल सकता है। जिले में पांच साल पहले 2009 में साढ़े 4 हजार के करीब वाहन पंजीकृत हुए थे। डीजल युक्त वाहन पहले ही चलन से बाहर हो चुके हैं। अब बचे पेट्रोल युक्त वाहन 1 जनवरी से बाहर हो जाएंगे। इसमें 3 हजार बाइक व स्कूटर, 1264 कार व 397 ट्रैक्टर शामिल हैं।
15 साल में कार छह तो बाइक व स्कूटी चार गुना बढ़ी, पार्किंग नहीं
जिले में पिछले 15 साल में वाहनों की संख्या तेज गति से बढ़ी है। 2009 में जहां जिले के अंदर एक साल में साढ़े चार हजार वाहन पंजीकृत हुए थे, जबकि 2024 में 1 दिसंबर तक वाहनों की संख्या 22 हजार को पार कर चुकी है। इसमें कार छह गुना तो बाइक व स्कूटी चार गुना बढ़ी हैं। दूसरी तरफ शहर में पार्किंग की संख्या नाममात्र बढ़ी है। 2011 में शहीद भगत सिंह पार्किंग बननी शुरू हुई, जो 2017 में बनकर तैयार हो गई, लेकिन आज तक चालू नहीं। पुराने बस स्टैंड से आंबेडकर चौक तक एलिवेटेड सड़क बनी, इसके बावजूद पुराने शहर में सड़कों के किनारे दोपहिया वाहनों की लाइन लगी रहती है।
वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पार्किंग को लेकर भी सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत कदम उठाए जा रहे हैं। घरों के नक्शे में पार्किंग अनिवार्य हो चुकी है। आम लोगों से भी आग्रह है कि वे पार्किंग को ध्यान में रखकर घर का निर्माण करें, ताकि भविष्य में दिक्कत न आए।
– आशीष कुमार, उपमंडल अधिकारी रोहतक।
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Rohtak News: लाइफ-स्टाइल… लग्जरी लाइफ के शौकीन हुए रोहतकी, पंजीकृत हर तीसरा वाहन कार – A