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पुराना बस अड्डे स्टेट प्राचीन रामलीला में रक्षा का पद करते हनुमान जी। संवाद
संवाद न्यूज एजेंसी
रोहतक। रामलीला मंचों पर शुक्रवार रात भगवान राम की मनोहारी लीलाओं का मंचन किया गया। दशहरे से एक दिन पूर्व शहर के विभिन्न छह बड़े मंचों पर कलाकारों ने मेघनाद, कुंभकर्ण व अहिरावण के साथ रात लक्ष्मण युद्ध का सुंदर मंचन किया। कुछ जगह लक्ष्मण शक्ति का भी प्रदर्शन किया गया। इन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
शुक्रवार रात आईटीआई मैदान स्थित उत्सव कमेटी, पंजाबी रामलीला, प्राचीन रामलीला, पुरानी अनाज मंडी स्थित कृष्ण ड्रामेटिक क्लब रामलीला मंचन में मेघनाथ, कुंभकरण और अहिरावण वध का कलाकारों के द्वारा मंचन किया गया। उद्घाटन समाजसेवी उद्योगपति विजय बंसल ने किया। मुख्य संरक्षक प्रसिद्ध समाजसेवी उद्योगपति राजेश जैन, सानिध्य पूर्व मंत्री हरियाणा मनीष ग्रोवर का रहा। ओल्ड आईटीआई रामलीला में उपायुक्त अजय कुमार व एसपी हिमांशु गर्ग अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। मुख्य अतिथि समाजसेवी उद्योगपति सुरेश बंसल, बृजभूषण बंसल और पूर्व जिला अध्यक्ष अजय बंसल, प्रधान सुभाष तायल रहे।
कुंभकरण युद्ध में जाता है और राम के द्वारा मारा जाता है। इसके बाद रावण-अहिरावण के पास जाता है, अहिरावण राम, लक्ष्मण को देवी की बलि चढ़ाने के लिए ले जाता है। जब हनुमान को पता चलता है, तो हनुमान पाताल लोक में जाते हैं। वहां अहिरावण को मार के रावण को ले आते हैं, अंत में रावण अपने पुत्र मेघनाद को भेजता है। मेघनाद युद्ध में जाता है और लक्ष्मण से युद्ध करते हुए मारा जाता है।
नेक कुकारों वाली रामलीला में लक्ष्मण हुए मूर्च्छित
गांधी कैंप स्थित नेक कुकारों वाली रामलीला में शुक्रवार को लक्ष्मण मूर्छा का मंचन किया गया। श्रीराम वानर सेना सहित युद्ध के लिए तैयार होकर विभीषण से पूछते हैं कि रावण की ओर से आज युद्ध की कमान किसके हाथ में है। तब विभीषण गुप्तचरों की सहायता से बताते हैं कि आज का सेनापति रावण का पुत्र मेघनाद है। तब श्रीराम खुद युद्ध में मोर्चा संभालने की बात करते हैं, पर लक्ष्मण के आग्रह करने पर कि मुझे युद्ध में जाने की आज्ञा दी जाए। तब मेघनाद ब्रह्म शक्ति का प्रयोग करके लक्ष्मण पर वार कर देता है। ब्रह्म शक्ति लगते ही लक्ष्मण मूर्छित हो जाते हैं।
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Rohtak News: रामलीला में मेघनाद, कुंभकर्ण और अहिरावण का हुआ वध