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महेंद्रगढ़। गांव उन्हाणी के पास हुए हादसे में जान गंवाने वाले छह बच्चों के परिजनों व क्षेत्र के लोगों ने न्याय की मांग को लेकर शनिवार को कनीना के लघु सचिवालय के बाहर महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग पर जाम लगा दिया।
रात साढ़े आठ बजे एसडीएम सुरेंद्र सिंह की ओर से समुचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर करीब साढ़े आठ घंटे बाद जाम खोला गया।
परिजनों ने 11 अप्रैल को हुए बस हादसे की हाईकोर्ट से जांच की मांग, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, मृतक बच्चों की याद में स्मारक स्थल का निर्माण कराने, पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता, गंभीर रूप से घायल बच्चों को निशुल्क उपचार के लिए कार्ड बनाने, स्कूल की मान्यता रद्द करने, मेडिकल अनफिट बच्चों को भविष्य में सरकारी नौकरी सहित अन्य प्रकार की मांग उठाई।
जाम से महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग व कनीना से कोसली रोड पर दो किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। करीब दो बजे के बाद छोटे वाहन चालकों ने वैकल्पिक मार्गों के माध्यम से अपने वाहनों को निकालना शुरू कर दिया, जबकि बड़े वाहन देर शाम तक जाम में फंसे रहे। मौके पर शहर थाना प्रभारी रतन सिंह व सदर थाना प्रभारी मुकेश कुमार पुलिस टीम के साथ पहुंचे और जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने जाम नहीं खोला। इसके बाद नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने जाम खोलने से साफ इन्कार कर दिया और देर शाम तक डटे रहे।
यह था मामला
गत 11 अप्रैल को शराब के नशे में बस चालक की लापरवाही के कारण गांव उन्हाणी के पास हैफेड गोदाम के पास बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने के कारण हुए हादसे में कुल 34 बच्चे घायल हुए थे, जिनमें से छह बच्चों की मौत हो गई थी। हालांकि पुलिस ने आरोपी गाड़ी चालक, स्कूल संचालक, स्कूल प्राचार्य, बस चालक के साथ बैठकर शराब पीने वाले दो आरोपियों सहित सभी आरोपियों को काबू कर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
आरोप- सरकार नहीं दिखा रही गंभीरता
क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि प्रदेश सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। आरोपियों में अधिकांश को जमानत दे दी गई है। जीएल पब्लिक स्कूल में अभी भी कक्षाएं चल रही हैं, लेकिन इसकी मान्यता रद्द नहीं की गई है। वहीं मृतक बच्चों के परिजनों का कहना है कि हादसे के समय आचार संहिता का बहाना बनाकर सरकार ने उन्हें किसी भी प्रकार का लाभ नहीं दिया। कुछ माता-पिता ने तो अपने दोनों बच्चों को खो दिया। अब उनका बुढ़ापे का सहारा कौन बनेगा। जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी अब आंदोलन जारी रखा जाएगा। इस दौरान संदीप यादव, खेड़ी गांव के सरपंच पंकज सिंह तंवर, ब्लॉक समिति सदस्य महिपाल नंबरदार, करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट मंदीप सिंह खेड़ी-तलवाना, सत्यनारायण यादव, सुनिता मावता उपस्थित रहे।
जाम लगाने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की उठाई मांग
वहीं शहर व आसपास क्षेत्र के कुछ लोगों ने शहर थाना प्रभारी रतन सिंह को जाम लगाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर लिखित शिकायत दी। लोगों का कहना था कि कुछ लोगों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया। इस कारण आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर थाना प्रभारी रतन सिंह ने बताया कि कुछ लोगों की ओर से इस प्रकार की शिकायत दी गई है, जिसके आधार आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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Rohtak News: महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग पर जाम लगाकर न्याय के लिए उठाई आवाज