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07सीटीके03..मरीज के दांतों की जांच करते वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. अतुल शर्मा। संवाद
रोहतक। बीते कुछ माह में नागरिक अस्पताल की डेंटल ओपीडी में इजाफा हुआ है। बदलती जीवन शैली, फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन व दांतों की सफाई को गंभीरता से न लेना, इसकी मुख्य वजह है। ज्यादातर लोगों में अभी भी दांतों की देखभाल के प्रति लापरवाही व जागरूकता की कमी दिखाई देती है। जुलाई और अगस्त में करीब 11740 मरीज दंत चिकित्सा के लिए नागरिक अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे। इनमें मुख्य रूप से स्कूली बच्चे, गर्भवती महिलाएं व अनियंत्रित डायबिटीज के मरीज हैं।
स्कूली बच्चों में फास्ट फूड सबसे बड़ा कारण
स्कूली बच्चों का फास्ट फूड के प्रति अत्यधिक प्रेम व दांतों की सफाई के प्रति उदासीनता बढ़ती बीमारियों का कारण है। इसी प्रकार ज्यादातर गर्भवतियां भी घरेलू कार्यों की व्यस्तता के कारण व समाज में प्रचलित मिथकों के चलते अपने मुख स्वास्थ्य की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती हैं। इस कारण वे दांतों की विभिन्न बीमारियों का शिकार बनती हैं। वहीं उच्च शुगर व तनाव ग्रस्त लोग भी अक्सर दांतों के मरीज पाए जाते हैं।
मुख स्वास्थ्य बेहतर करने के लिए यह बरतें सावधानियां
– नियमित दांतों की करें दो बार सफाई।
-फास्ट फूड का सेवन न करें या न्यूनतम करें।
-भोजन में फाइबर युक्त आहार की मात्रा ज्यादा रखें।
– टूथब्रश को छह माह के अधिकतम अंतराल बदलें।
-पान मसाला, गुटखा,सिगरेट, बीड़ी आदि मादक पदार्थों के उपयोग से बचें।
बीते दो माह की डेंटल रिपोर्ट
उपचार मरीज
दांत निकाले 2364
फिलिंग 3050
मसूड़ों की समस्या 1758
सर्जिकल विधि से निकाले दांत – 132
रूट कैनाल ट्रीटमेंट 320
कैंसर बीमारी के प्रारंभिक लक्षण 12
वर्जन
मरीजों को इलाज के साथ डेंटल ओरल हेल्थ के बारे में उन्हें जागरूक भी करते हैं। सभी अंगों का स्वस्थ होना महत्वपूर्ण है। ऐसे ही दांतों की देखभाल भी आवश्यक है। इन दांतों की सहायता से ही हम भोजन करते हैं। मुस्कुराहट में यह दांत चेहरे की आभा को और बढ़ाते हैं। 35 की उम्र के बाद दांतों का हर छह माह के अंतराल पर नियमित जांच अवश्य कराएं।
– वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. अतुल शर्मा
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Rohtak News: दांतों की सफाई के प्रति उदासीनता से खराब हो रहे दांत


