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रोहतक।
स्वास्थ्य विभाग के टीबी उन्मूलन की ओर बढ़ते कदम छोटे पड़ते नजर आ रहे हैं। जिले में टीबी तेजी से पैर पसार रही है। पिछले 90 दिनों में जिले में 1400 टीबी मरीज मिलना चिंता बढ़ा रहा है। ये भी टीबी के छिपे हुए मरीज हैं। अब तक इनकी पहचान नहीं हुई थी। पहली बार स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में जांच के लिए निकली तो ये मरीज सामने आए। इसमें बिगड़ी टीबी के केस बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं। इसी तरह टीबी मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो वर्ष 2025 के अंत तक टीम उन्मूलन संभव नहीं हो पाएगा।
विभाग की मानें तो टीबी मरीजों को खोजने के लिए जांच का दायरा बढ़ाया गया है। पहली बार स्वास्थ्य विभाग गांवों में पहुंच रहा है। इस काम के लिए मुख्यालय से तीन वाहन भी मिले हैं। ये तीनों वाहन पोर्टेबेल एक्स रे मशीन, सेंपल जांच सुविधा व स्टाफ के साथ लोगों को उनके घर द्वार पर ही सुविधा मुहैया करा रहा है। टीबी जांच के तहत पिछले 90 दिनों में जिले में 149167 लोगाें की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 1400 टीबी मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग इन मरीजों का निशुल्क इलाज कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग गांवों में स्क्रीनिंग अभियान शुरू नहीं करता तो ये मरीज अभी भी छिपे रहते। इस कारण स्वस्थ लोगों के भी टीबी संक्रमण की चपेट में आ सकते थे।
विभाग ने शिविर में टीबी के छिपे हुए मरीजों की खोज करने के लिए तीन टीमों का गठन किया है। ये टीमें गांवों और संवेदनशील इलाकों में जाकर लोगों की स्क्रीनिंग, एक्स रे, सीबीनॉट टेस्ट कर टीबी मरीज कोखोज रही हैं। मरीजों के आस-पास के लोगों में भी संक्रमण की जांच की जा रही है। साल के अंत तक प्रदेश और देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 7 दिसंबर से 100 दिवसीय निक्षय अभियान चलाया हुआ है।
निक्षय शिविर में 1.49 लाख लोगों का स्वास्थ्य जांचा
विभाग के 100 दिवसीय निक्षय अभियान के तहत जिले में 66,798 लोगों की स्क्रींनिग का लक्ष्य दिया गया था। विभाग ने 90 दिनों में ही एक लाख 49 हजार 167 लोगों की स्क्रीनिंग कर चुका है। यह तय लक्ष्य से 223 प्रतिशत अधिक है। इसमें लगभग 6600 लोगों में टीबी के लक्षण मिले हैं। मरीजों की पहचान करने के लिए पोर्टेबल मशीन से 5751 लोगों के एक्सरे व 2734 लोगों के सीबीनॉट टेस्ट किए गए।
स्वास्थ्य विभाग बना रहा निक्षय मित्र
मरीजों को पर्याप्त पोषण मिले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से निक्षय मित्र बनाए जा रहे हैं। जिले में निक्षय मित्र बनने के लिए लगभग 225 लोगों ने पंजीकरण कराया है।
टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए निक्षय अभियान चलाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए टारगेट से 223 प्रतिशत अधिक लक्ष्य प्राप्त कर चुका है। टीबी पीड़ित लोगों को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिल सके इसके लिए अधिक से अधिक लोगों को निक्षय मित्र बनना चाहिए।
डाॅ. इंदु, जिला क्षय रोग अधिकारी।
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Rohtak News: टीबी रोगियों का आंकड़ा बढ़ा रहा टेंशन….. 90 दिन में मिले 1400 मरीज