रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के तहत आने वाले यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) को मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। यहां पानी, बेंच सरीखी सामान्य सुविधाओं की कमी के कारण विद्यार्थियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। विद्यार्थियों ने विभिन्न विभागों की समस्याओं पर नाराजगी जताई है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने बताया कि विभाग के दूसरे तल पर पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। भूतल व पहले तल पर वाटर कूलर तो लगे हैं, लेकिन दूसरे तल के छात्रों को पानी पीने के लिए बार-बार नीचे जाना पड़ता है। इसके अतिरिक्त, क्लास रूम में बेंच टूटे हुए हैं। यहां लगभग सभी कक्षाओं में पंखे खराब हैं। भीषण गर्मी में पंखों की खराबी के कारण छात्रों को गर्मी से जूझना पड़ रहा है। इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। संवाद न्यूज एजेंसी ने इसकी पड़ताल की ताे ये समस्याएं सामने आईं।
क्लास रूम में प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिर चुका
यही हाल यूआईईटी के इलेक्ट्रिकल और सिविल इंजीनियरिंग विभागों का भी है। इन विभागों के तीन से चार क्लास रूम में प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिर चुका है। यह छात्रों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसके अलावा, कई स्थानों पर स्विच बोर्ड से तार खुले हुए हैं। पंखे भी काम नहीं कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि खुले तारों से किसी भी समय कोई अप्रिय घटना घट सकती है। पंखों के न चलने से कक्षाओं में गर्मी में परेशानी होती है। इससे पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो रहा है।
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यह सेल्फ फाइनेंस है। इसमें विद्यार्थियों से अन्य कोर्स से ज्यादा फीस ली जाती है। यूआईईटी विभाग में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। इससे विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विवि प्रशासन को जल्द से जल्द इन समस्याओं को दूर करना चाहिए।
– विक्रम सिंह डुमोलिया, अध्यक्ष, एएमवीए।
इलेक्ट्रिक व सिविल विभाग में तीन से चार क्लास रूम में छत पर लगी सिलिंग आधी से ज्यादा गिर चुकी है। विवि में अलग-अलग विभागों में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। विद्यार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जल्द ही इन समस्याओं को लेकर कुलपति प्रो. राजबीर सिंह से मिलेंगे।
– अमित पिलानिया, अध्यक्ष, एसएफआई।
लगभग सभी विभागों में बेंच टूटे पड़े हैं। तो कहीं वाटर कूलर खराब है, कही पंखा खराब है, तो कही वाईफाई ही नहीं है। इस तरह की समस्याओं से छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है। बार बार शिकायत करने के बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं देता है।
– उमेश, राज्य सचिव, एआईडीएसओ।
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एक्शन ऑफिस में पत्र भेजा हुआ है। इससे पहले भी समस्या का पता चलते ही जल्द ही समाधान करवा दिया जाता था। जल्द ही इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
– प्रो. युद्धवीर, निदेशक, यूआईईटी।
05सीटीके26- अमित।

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