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रोहतक। मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर रोहतक के किसानों की 200 एकड़ जमीन का रिकाॅर्ड चोरी कर मेवात के जालसाज अपने नाम से पंजीकरण करवा रहे हैं। जलभराव से सबसे ज्यादा प्रभावित जिले के गांव सैमाण व भैणी सुरजन के किसान पोर्टल पर पंजीकरण कराने गए तो पहले ही जमीन पंजीकृत मिली। इसमें ज्यादातर नाम मुस्लिम हैं।
बताया जा रहा है कि मेवात में ऑनलाइन फर्जीवाड़ा करने वाले जालसाज ऐसा कर रहे हैं। डीसी ने एसडीएम व कृषि विभाग के उप निदेशक को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, मुख्यमंत्री उड़नदस्ता भी जांच पड़ताल कर रहा है।
बारिश से फसलों को हुए नुकसान का दावा अपलोड करने के लिए जिला प्रशासन की सिफारिश पर प्रदेश सरकार ने जिले के 41 गांवों के किसानों के लिए 14 से 31 अगस्त तक क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला हुआ है।
इसमें महम तहसील के महम, फरमाणा खास, सैमान, बेडवा, बहलबा, सीसर खास, शेखपुर तितरी, खेड़ी महम, भैणी भैरो, भैणी सुरजन, भैणी महाराजपुर, मदीना कोरसान, भराण व भैणी चंद्रपाल, निंदाना, बनियानी व काहनौर गांव शामिल हैं।
सांपला तहसील में चुलियाणा, कसरैंटी, पाकस्मा, समचाना, कुलताना, गांधरा, नौनंद, खेड़ी साध व मोरखेड़ी और कलानौर तहसील के गांव कलानौर कलां, कलानौर खुर्द, सैंपल, निगाना, कटेसरा, गुढ़ान, जिंदराण कलां, आंवल, बल्ब, गढ़ी बल्ब, सुंडाना, ककराना, गरनावठी, पटवापुर व मसूदपुर गांव शामिल हैं। सांपला व कलानौर के किसानों के लिए अलग से पोर्टल 5 सितंबर तक खुला है।
भैणी सुरजन निवासी अशोक सिवाच।
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Rohtak News: किसानों की जमीन का रिकाॅर्ड चुराकर मेवात से जालसाज कर रहे मुआवजे के लिए आवेदन


