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11सीटीके34..चिड़िया घर में कछुआ देखते बच्चे। संवाद
रोहतक। लघु चिड़ियाघर में रविवार को रौनक रही। अच्छी खासी संख्या में पयर्टक पहंचे। बच्चों ने सबसे पहले शुतुरमुर्ग और भालू को देखने में खूब उत्साह दिखाया। दौड़कर बच्चे उनके एन्क्लोजर के पास पहुंचे। मौसम सुहाना होने कारण पर्यटन के लिए आज का दिन बेहतर रहा।
रविवार को लघु चिड़ियाघर में करीब 1500 पर्यटक पहुंचे। बाघ और शेर सोते मिले तो वहीं पिपली (कुरुक्षेत्र) से आए शेर के बच्चे मचान पर बैठे नजर आए। पहली बार शेर देखने वाले बच्चों ने शोर मचाकर अपनी खुशी जाहिर की। इसके अलावा घड़ियाल और कछुए को भी पर्यटकों ने काफी देर तक निहारा।
आकर्षण का केंद्र बने कछुए के बच्चे
जब से कछुए लाए गए हैं। तभी से बच्चे-बूढ़े सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। पर्यटक अच्छा खासा समय इन्हें देखने में बिता रहे हैं। कछुए के छोटे-छोटे बच्चे पानी तैरते सभी पर्यटकों को लुभा रहे थे। यह देखकर बच्चे प्रफुल्लित हो रहे हैं।
बार्किंग डीयर ने दिया बच्चे को जन्म
लघु चिड़ियाघर में बार्किंग डीयर ने एक बच्चे को जन्म दिया है। बार्किंग डियर (कक्कड़) हिरण की प्रजाति का जीव है। इसकी आवाज कुत्ते के भोंकने जैसी सुनाई पड़ती है। यही कारण है कि इसे बार्किंग डियर कहा जाता है।
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Rohtak News: कछुए के बच्चे बने आकर्षण का केंद्र