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पीजीआईएमएस इमरजेंसी गेट के बाहर करीब 1000 रेजिडेंट डॉक्टर और पीजी छात्रों ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि आठ अगस्त की रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ क्या हुआ। सभी चिकित्सकों ने एक सुर में, सुरक्षा नहीं तो काम नहीं का नारा लगाया। सुरक्षा मिलने तक अब हड़ताल जारी रहेगी।
करीब 600 रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इसमें करीब 400 पीजी विद्यार्थी भी शामिल हैं। फिलहाल आपातकालीन विभाग में ही रेजिडेंट डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं। इससे ओपीडी प्रभावित रही। हड़ताल के चलते 100 के करीब छोटे-बड़े ऑपरेशन नहीं हो पाए। 8000 मरीजों की ओपीडी 3000 पर पहुंच गई है। आपातकालीन विभाग में पहले जहां 1000 मरीजों का रोज इलाज किया जाता था। आज वहां मुश्किल से 250 मरीज का इलाज किया जा रहा है। साथ ही अति गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने डीन पार्क से डीपार्क तक न्याय यात्रा निकाली। इस दौरान स्लोगन लिखे तल्खियों को लहराया और नारे लगाए। राह चलते लोगों से भी कहा कि चिकित्सकों की जिंदगी कितनी रिस्क मे रहती है। सोशल मीडिया शेयर कर हमारी सहायता करें।
ओपीडी और इमरजेंसी में कम रही भीड़
हड़ताल के चलते ओपीडी और इमरजेंसी में मरीजों की संख्या अन्य दिनों के मुकाबले कम हुई है। आठ हजार से ज्यादा वाली ओपीडी में महज 3000 के करीब मरीज पहुंच रहे हैं। वहीं आपातकालीन विभाग में 200 से 250 मरीज पहुंच रहे हैं।
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Rohtak News: ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टरों ने किया नाटक का मंचन