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रोहतक। पिछले दो माह में नागरिक अस्पताल के हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में 6999 मरीज पहुंचे। इनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस, सर्वाइकल, पीठ के निचले हिस्से में दर्द के 70 प्रतिशत मामले आए। इसके अलावा इंफेक्शन और फ्रेक्चर के करीब 20 प्रतिशत मामले आ रहे हैं। चिकित्सकों की सलाह है कि 40 की उम्र के बाद प्रत्येक वर्ष पूरे शरीर की जांच अवश्य करानी चाहिए। संबंधित चिकित्सक से परामर्श पर ही दवा का सेवन करना चाहिए।
आज के व्यस्त जीवनशैली और शरीर को पोषण न देने वाली खाद्य वस्तुओं की भरमार है। अब धीरे-धीरे लोग जागरूक भी हो रहे हैं। लेकिन, बहुत बड़ा वर्ग ऐसा भी है जो अभी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इसके कारण मोटापा बढ़ रहा है। मोटापा से वजन में वृद्धि हो रही है। इसके बाद डायबिटीज का खतरा रहता है। ऐसे में सर्वाइकल समेत पीठ के नीचले भाग में दर्द और जोड़ों में दर्द की समस्या हो रही है।
भोजन की तरह टहलने को जीवन का हिस्सा बनाएं
जैसे रोजाना भोजन करना नहीं भूलते उसी तरह शारीरिक गतिविधि पर भी ध्यान देने की जरूरत है। स्वस्थ रहने के लिए कसरत को नित्य क्रिया की तरह अपनीदिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
उभरने लगे हैं पुराने घाव
इस मौसम में पुराने घाव के उभरने और इंफेक्शन के भी मामले आ रहे हैं। सर्जरी किए सूख चुके पुराने टांके घाव बनकर उभर रहे हैं। फोड़े-फूंसी के भी मामलों में वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा डायबिटीज के मरीज को परेशानी में हैं। क्योंकि, डायबिटीज के मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। घाव होने पर स्वस्थ व्यक्ति से ज्यादा समय लगता है।
यह कार्य अवश्य करें
– एक ही मुद्रा में मोबाइल का प्रयोग करने से बचें।
-पैरों के लिए आरामदायक जूते ही पहनें।
-हेल्मेट ब्रांडेड और हल्के वजन का पहनें।
-नियमित व्यायाम करें।
-योग को अपनाएं।
कसरत रोज जरूर करें। कसरत से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है। बीमारियां आसपास नहीं भटकती है। सर्जरी या फोड़े फुंसी वाले मरीज मीठी चीजों का परहेज करें। ऐसे भी मीठी खाद्य वस्तुओं का सेवन कम से कम करना चाहिए। मिठास के लिए प्राकृतिक फलों का सेवन कर सकते हैं।
-डॉ. हरमिंद्र, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल
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Rohtak News: ऑस्टियोआर्थराइटिस, सर्वाइकल, पीठ के निचले हिस्से में दर्द के 70 प्रतिशत मामले