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रोहतक। थाना शिवाजी कॉलोनी पुलिस के खिलाफ बालंद गांव निवासी एक पीड़िता ने दी है कि पुलिस ने मारपीट करने वाले लोगों से मिलकर उनकी शिकायत को गुम कर दिया। इतना ही नहीं पीड़िता के असली नाम की जगह दूसरा नाम लिख दिया। पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत के बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
बालंद निवासी पूनम ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर आरोप लगाया कि 20 जुलाई को बालंद गांव निवासी आशीष, सोनिया, जिले, राज आदि ने उनके घर में घुसकर लाठी-डंडे और चाकू से हमलकर उन्हें और उनके पति बलजीत और बेटे गौरव को घायल कर दिया था। उनके सिर और माथे आदि पर चोटें आई थीं और 8-10 टांके आए थे। आसपास के लोगों के आने के बाद आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। इस घटना की शिकायत थाने में दी गई, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को सह देते हुए उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बल्कि डीडीई करके खानापूर्ति कर ली और वह भी पूनम पत्नी बलजीत के बजाय पूजा पत्नी बलजीत के नाम से दर्ज की थी। जब पीड़िता को दोबारा आरोपियों ने धमकी दी तो पुलिस से पूछा गया कि उनकी रिपोर्ट पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इस पर पुलिस ने बताया कि उनकी डीडीई ही काटी गई थी। रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इस पर पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई और उसके बाद ही रिपोर्ट दर्ज हो सकी। हालांकि पुलिस इस घटना को लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है और प्रकरण की जांच करने की बात कह रही है।
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Rohtak News: एसपी से की शिकायत तो पुलिस ने की मारपीट की रिपोर्ट दर्ज