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14सीटीके10..पीजीआई में बुधवार को प्रदर्शन करते एनएचएम कर्मचारी। संवाद
रोहतक। एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मचारियों की हड़ताल 20वें भी दिन भी जारी रही। साझा मोर्चा के बैनर तले चल रही हड़ताल का सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बीच दवा न मिलने से परेशान होम्योपैथिक के दो मरीज भी चिकित्सक से परामर्श लेने पहुंचे।
मरीज सरोज बाला और शिव कुमार ने कहा कि जबसे हड़ताल शुरू हुई है, उन्हें दवा नहीं मिल रही है। इस पर होम्योपैथिक चिकित्सक ने मानवता दिखाते मरीज को दवा परामर्श की। लेकिन, वह हड़ताल पर होने के चलते पर्चे पर हस्ताक्षर करने में असमर्थ रहे। डॉ. अरिंदम रॉय ने बताया कि नागरिक अस्पताल में होम्योपैथिक चिकित्सक हड़ताल पर होने के कारण मरीज का परामर्श नहीं किया जा रहा है। यही कारण उन्हें दवा भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। नए मरीजों को भी समस्या आ रही है।
बुधवार को कर्मचारियों ने एकबार फिर से सिविल सर्जन कार्यालय के पास धरना स्थल से मेडिकल मोड़ तक रोष मार्च निकाला। आज कर्मचारियों ने राह चलते लोगों और दुकानों पर पर्चे बांटकर अपनी मांगों से अवगत कराया।
साझा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रेणू काम्बोज ने बताया सरकार की अनदेखी के विरोध में एनएचएम के तहत चलने वाली सेवाएं पूर्ण रूप से बाधित रहीं। कर्मचारियों ने जनता को पैम्फलेट बांटकर बताया कि सरकार उनके साथ नाइंसाफी कर रही है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रक्तदान शिविर लगाया जाएगा। इसमें सभी कर्मचारी हिस्सा लेंगे। वहीं ग्राम पंचायत सदस्यों और सरपंच को भी मांग पत्र दिया जाएगा। हड़ताल के चलते लेबर रूम, नर्सरी, केएमसी यूनिट, रेफरल ट्रांसपोर्ट, मेंटल हेल्थ, स्कूल हेल्थ (आरबीएसके व आरकेएसके), एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, सभी सीएचओ व रिपोर्टिंग के कार्य शामिल रहे। जबकि एनएचएम कर्मचारी पिछले काफी सालों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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Rohtak News: एनएचएम कर्मियों की हड़ताल के चलते मरीजों को नहीं मिल रही होम्योपैथिक दवा